अहमदाबादी मुस्लमानों का योगा के दौरान ओम के बजाय अल्लाह हू का नारा

अहमदाबाद 04 नवंबर (एजैंसीज़) अहमदाबाद के इलाक़ा लाल दरवाज़ा के सदर बाग़ में रोज़ाना सुबह 7:30 बजे मुस्लिम ख़वातीन बुर्क़ों और मर्द करते पाइजामे में मलबूस योगा करते हैं।

इन की इंस्ट्रक्टर चन्द्र यक्का कंसाराने मुस्लिम मर्द-ओ-ख़वातीन के योगा के लिए खासतौर पर ओम का नारा तबदील करके उसे अल्लाह हू कर दिया है।

प्राणायाम तनफ़्फ़ुस की वरज़िश का आग़ाज़ और इख़तताम इसी नारा से होता है चूँकि इन दोनों नारों में सूती यकसानियत है और मुस्लिम मर्द-ओ-ख़वातीन ओम का नारा लगाने से कतराते हैं इस लिए ट्रेनर चन्द्र यक्का ने भी योगा केलिए इस नारा से तर्क-ए-ताल्लुक़ करलिया है। इबतदा-ए-में योगा की इस क्लास में सिर्फ 10 मुस्लमान ख़वातीन शिरकत करती थीं जो सवेरे चहलक़दमी के लिए आया करती थॆ, लेकिन जल्द ही मुस्लिम मर्द-ओ-ख़वातीन की तादाद 40 होगई जबकि नारा तबदील करने का फ़ैसला किया गया।

मिर्ज़ापुर के मुतवत्तिन हाजी फ़क़ीर अम्मां ने जो योगा की क्लासेस में शिरकत कररही हैं , कहा कि वरज़िश का मज़हब से कोई ताल्लुक़ नहीं है।