मुतनाज़ा ख़ुदसाख्ता भगवान का आज जिन्सी हिरासानी और इस्मत रेज़ि मुआमले में मर्दानगी का टेस्ट किया गया। याद रहे कि गुजरात की दो बहनों ने आसाराम और उनके बेटे नारायण साई पर इल्ज़ाम आइद किया था कि दोनों ने उनकी इस्मत रेज़ि की।
एक सीनियर पुलिस ओहदेदार ने तौसीक़ करते हुए कहा कि आसाराम को मर्दानगी के टेस्ट केलिए सियोल हॉस्पिटल लाया गया जबकि 72 साला मुल्ज़िम को पीर के रोज़ जोधपुर से एक टरांज़ट रीमांड पर यहां मुंतक़िल किया गया था। जोधपुर में आसाराम एक दीगर जिन्सी हिरासानी के मुआमलालेमें मुलव्वस पाए गए थे और जेल में थे।
गांधी नगर के एक मजिस्ट्रेट कोर्ट ने कल उन्हें 4 रोज़ा पुलिस तहवील में दिया था। सूरत पुलिस ने हाल ही में दो मुआमलात दर्ज किए। एक आसाराम के ख़िलाफ़ और दूसरा उनके बेटे नारायण साई के ख़िलाफ़ जो इस्मत रेज़ि, जिन्सी हिरासानी, हबस-ए-बेजा के इल्ज़ामात का सामना कररहे हैं।
दोनों बहनों में से बड़ी बहन ने शिकायत दर्ज करवाई कि 1997ता 2006 आसाराम उसे मुसलसल अपनी जिन्सी हवस का निशाना बनाया। वो उस वक़्त अहमदाबाद के नवाही इलाक़े में वाके आसाराम के आश्रम में रहा करती थी। आसाराम के ख़िलाफ़ मुआमले को चांद खेड़ा पुलिस स्टेशन मुंतक़िल किया गया था क्योंकि वाक़िया वहीं रूनुमा हुआ था जबकि छोटी बहन ने आसाराम के बेटे नारायण साई के ख़िलाफ़ शिकायत दर्ज करवाई थी।
नारायण साई हनूज़ लापता है। साई ने 2002 ता 2005 छोटी बहन को मुसलसल अपनी हवस का निशाना बनाया जब वो स्वत के आश्रम में रहा करती थी। नारायण साई और आसाराम ने गुजरात में दर्ख़ास्त का इदख़ाल करते हुए इन शिकायतों को कुलअदम क़रार देने अदालत से ये कह कर अपील की है कि शिकायतें काफ़ी अर्सा गुज़र जाने के बाद दर्ज करवाई गई हैं जो मन घड़त हैं।