अहम बिल्स‌ की मंज़ूरी के लिए कांग्रेस का विहिप जारी

ग़िज़ाई तमानियत बिल और दीगर बड़ी क़ानूनसाज़ी के इक़दामात जो कल लोक सभा में ग़ौर-ओ-ख़ौज़ और मंज़ूरी के लिए पेश किए जाएंगे, कांग्रेस हर मुम्किन कोशिश कररही है कि ये तमाम क़वानीन आजलाना बुनियादों पर मंज़ूर करलिए जाएं। इस ने अपने तमाम अरकान के लिए पूरे हफ़्ता की मुद्दत के लिए एक तीन स्त्री विहिप जारी किया है। कांग्रेस अरकान पार्लियामेंट से ख़ाहिश की गई है कि वो ऐवान में हाज़िर रहीं और पीर, मंगल, जुमेरात और जुमा को सरकारी कार्रवाई की ताईद करें।

पार्लियामेंट का इजलास जन्माष्टमी की वजह से चहारशंबे के दिन मुनाक़िद नहीं किया जाएगा। ग़िज़ाई तमानियत बिल को कांग्रेस ने मुक़द्दर तब्दील करने वाला क़रार दिया है। उसकी मंज़ूरी हनूज़ नहीं हासिल होसकी, हालाँकि उसे गुज़िश्ता पीर से ही लोक सभा की कार्यवाईयों में शामिल किया गया था, लेकिन तेलंगाना और दीगर मसाइल पर अपोज़िशन की हंगामा आराई की वजह से ये क़ानून मंज़ूर नहीं किया जा सका।

उसे कल मुबाहिस और मंज़ूरी के लिए पेश किया जाएगा। तेलंगाना मसले पर कार्रवाई में ख़ललअंदाज़ी के लिए आंध्र प्रदेश के 12 अरकान को नामज़द करने के बाद कल ऐवान में ये संगीन कार्रवाई बन गई थी।तीन मुसव्वदा-ए-क़वानीन मंज़ूर करलिए गए। ग़िज़ाई तमानियत बिल के अलावा दीगर बड़े मुसव्विदात क़ानून जो जारीया हफ़्ता ग़ौर और मंज़ूर के लिए पेश किए जाएंगे, इन में हुसूल-ए-अराज़ी, बाज़ आबादकारी और तसफ़ीया क़ानून 2011 शामिल हैं।

हुसूल-ए-अराज़ी क़ानून एक इंसान दोस्त सब की शराकतदारी, मुकम्मल मालूमात पर मबनी मुशावरत और हुसूल अराज़ी बराए सनअती मसरूफ़ियात, ज़रूरी इन्फ़िरा स्ट्रकचर की तंसीबों की तरक़्क़ी और शहरियाने के अमल की शफ़्फ़ाफ़ियत को यक़ीनी बनाता है और मुतास्सिरा अफ़राद को मुनासिब मुआवज़े की अदाएगी का भी हुकूमत को पाबंद करता है। इन दोनों क़वानीन को हुकूमत ने खेल बदल देने वाले क़वानीन क़रार दिया है। पैंशन फ़ंड रैगूलेटरी एंड डेव्लपमेंट अथॉरीटी बिल 2011 भी जारीया हफ़्ता ग़ौर और मंज़ूरी के लिए पेश किया जाएगा।