अहम क़वानीन की मंज़ूरी के लिए हुकूमत के दबाओ डालने का इमकान

नई दिल्ली:बजट इजलास के पहले हिस्से के सिर्फ तीन काम के दिन बाक़ी हैं हुकूमत मन्सूबा बना रही है कि बाअ अहम मुसव्विदात क़ानून बिशमोल बाज़ अहम बिल्स की कामयाबी के लिए दबाओ डालेगी। खासतौर पर ख़बरदार करने वालों के तहफ़्फ़ुज़ के तरमीमी बिल 2015 और दुश्मन की जायदाद तरमीमी और कारा॓मद बिल 2016 की मंज़ूरी के लिए दबाओ डाला जाएगा।

जायदाद क़वाइद-ओ-तर कुयात बल और आधार बिल हुकूमत के लिए बजट इजलास के तीसरे हफ़्ते में एहमीयत रखते थे जिसका आग़ाज़ पिछले माह तूफ़ान ख़ेज़ अंदाज़ में हुआ था बाक़ी काम के दिनों में हुकूमत को ये देखने से गहिरी दिलचस्पी है कि जायदाद बिल राज्य सभा में16 मार्च को मंज़ूर कर लिया जाये जब कि लोक सभा ने उसे और आधार बिल को मंज़ूरी देदी है।

लोक सभा से ये बिल्स मंज़ूरी के लिए राज्य सभा मुंतक़िल किए जाऐंगे। मआशी कारोबार के प्रोग्राम के मुताबिक़ कार्रवाई चलाने से भी हुकूमत को गहिरी दिलचस्पी है। लोक सभा में बाक़ी तीन काम के दिनों में ज़िमनी मुतालिबात ज़र आम बराए 2015-16 पर मुबाहिसा राय दही मुताल्लिक़ा मुतालिबात ज़र की पेशकश और मंज़ूरी शामिल हैं।

क़ानूनसाज़ी के मौज़ूआत जो ऐवान ज़ीरीन में ग़ौर के लिए पेश और मंज़ूरी के लिए पेश किए जाऐंगे। जायदाद क़वाइद-ओ‍-तरक़ियात बिल 2015 दस्तूरी दर्ज फ़हरिस्त ज़ातें अहकाम तरमीमी बिल 2016) भी राज्य सभा की मंज़ूरी का मुंतज़िर है। राज्य सभा में ब्यूरो आफ़ इन्टेलिजेन्स बिल 2015 भी मंज़ूरी के लिए ज़ेर-ए-ग़ौर है जिसे लोक सभा की मंज़ूरी हासिल हो चुकी है।

ऐवान को राज्य सभा में क़ौमी आबी गुज़रगाहों के बिल 2015 की तरमीमात पर भी ग़ौर करना होगा जो लोक सभा में मंज़ूर हो चुका है और उसे इलाक़ाई मर्कज़ बराए बायो टेक्नालोजी बिल 2016 के साथ पेश किया जाएगा। राज्य सभा में रेलवे बजट पर भी आम मबाहिस मुक़र्रर हैं।

हुकूमत मन्सूबा बना रही है कि ख़बरदार करने वालों के तहफ़्फ़ुज़ के तरमीमी बिल दुश्मनों की जायदाद तरमीमी और कारकर्दगी बिल 2016‘ दस्तूरी दर्ज फ़हरिस्त ज़ातें अहकाम तरमीमी बिल 2016 और इंसिदाद बच्चा मज़दूरी-बाक़ायदगी तरमीमी बिल 2012 को मबाहिस और मंज़ूरी के लिए पेश किया जाये।

लोक सभा में दर्ज फ़हरिस्त मालियती कार्यवाहीयां बिशमोल रेलवे का मुतालिबात ज़र बिल2016 के इलावा बजट पर आम मबाहिस मुक़र्रर हैं । इमकान है कि हुकूमत इन तमाम अहम मुसव्विदात क़ानून की पार्लियामेंट के दोनों ऐवानों में मंज़ूरी के लिए ज़ोर देगी और अपोज़ीशन से अपील करेगी कि इस सिलसिले में हुकूमत के साथ तआवुन किया जाये|