कुरान में अल्लाह तआला फर्माता है : ‘परहेजगारों के लिए (आखिरत में) अच्छा ठिकाना है; हमेशा रहने वाले बागात है; जिन के दरवाजे उनके लिए खुले हुए होंगे; वह उन बागो में तकिये लगाए बैठे होंगे; वह वहाँ (जन्न्त के खादिमों से) बहुत से मेवे और पानी की चीजें मंगाएँगे और उन लोगों के पास नीची नजरें वाली हम उमर् हूरें होंगी।’