अक़लियत नहीं होंगे गुमराह : डॉ. शाहिद अख्तर

झारखंड रियासत अक़लियत कमीशन के सदर डॉ. शाहिद अख्तर ने भटके हुए अक्लियती नौजवानों को मेन स्ट्रीम में लाने के लिए अक्लियती तबके को आगे आने की वकालत की है। उन्होंने कहा कि तालीम और रोजगार देकर नौजवानों को गलत रास्ते पर जाने से रोका जा सकता है।

डॉ. अख्तर ने मंगल को धनबाद में मीडिया से बातचीत करते हुए पटना में नरेंद्र मोदी की रैली में बम धमाके के सिलसिले में रांची के कुछ अक्लियती नौजवानों के नाम आने पर फ़िक्र ज़ाहिर की। उन्होंने बम धमाके की वारदात की मज़मत करते हुए कहा कि नख्वान्दगी और बेरोजगारी का फायदा उठाते हुए अक्लियती नौजवानों को गुमराह करने के लिए मुल्क में एक इत्तिहाद काम कर रहा है। कमीशन तालीम और रोजगार के जरिये इत्तिहाद तोड़ने के लिए मुहिम चलायेगा।

तालीम और रोजगार फराहम होने पर गिरोह नौजवानों को गुमराह नहीं कर सकेगा। इसके लिए जल्द ही एक मंसूबा तैयार कर वजीरे आला हेमंत सोरेन को सौंपी जायेगी। डॉ. अख्तर के साथ रियासत के अक्लियती कमीशन के नायब सदर याकूब अंसारी, रुक्न बहबूद फ्लाह भंट्टाचार्य, शैलेंद्र सिंह, कारी बरकत अली, रफिक अनवर भी थे।

कमीशन ने धनबाद जिला इंतेजामिया के 24 महकमों के साथ बैठक कर जिले में अक्लियती बहबूद फ्लाह के लिए चलायी जा रही मंसूबों की तजवीज की। अक्लियती अकसरियत इलाकों में तालीम, सेहत, पीने के पानी और बिजली निज़ाम वगैरह में बेहतरी लाने की हिदायत दिया। जायजा बैठक में डीसी प्रशांत कुमार, ट्रेनी आइएएस संजीव बेसरा, एसी विनय कुमार राय, एडीएम सप्लाई अशोक कुमार सिंह वगैरह मौजूद थे। इस मौके पर सेंट्रल गुरुद्वारा में चल रहे तनाजे को निपटारे के लिए सिखों का एक वफद मिला।