हैदराबाद 23 मई: सदर नशीन तेलंगाना माइनॉरिटी रेसिडेंशियल एजूकेशन इंस्टीटुशनल सोसाइटी ए के ख़ान ने अक़ामती स्कूलस में दाख़िलों की मुक़र्रर तारीख़ में तोसी के मुताल्लिक़ मुशावित्त के बाद फ़ैसला लेने का एलान करते हुए कहा कि ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन में लड़कीयों के आदाद-ओ-शुमार तश्फ़ी बख़श नहीं हैं जो काबिल-ए-तशवीश भी है। यहां तेलंगाना टोरिज़ाम पलाज़ा में समाजी तन्ज़ीमों के ज़िम्मे दारान के सात मुनाक़िदा एक मीटिंग से ख़िताब करते हुए ए के ख़ान ने कहा कि अक़ामती स्कूलस में दाख़िलों के मुताल्लिक़ जारी शऊर बेदारी मुहिम में लड़कीयों के ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन पर तोजहा देने की ज़रूरत है।
उन्होंने कहा कि दुसरे पसमांदा तबक़ात के लिए मुक़र्रर दाख़िलों से ज़्यादा दरख़ास्तें वसूल हो रही हैं जबकि मुस्लिम माइनॉरिटी की तरफ से इस ज़िमन में कोई ख़ास तोजहा नहीं दी जा रही है जिसके नतीजे में लड़कीयों की तादाद कम दिखाई दे रही है।
उन्होंने कहा कि हुकूमत तेलंगाना का मक़सद मआशी और तालीमी पसमांदा अक़लियतों को मुफ़्त मयारी तालीम फ़राहम करना है। ए के ख़ान ने कहा कि लड़कीयों की हिफ़ाज़त के लिए ज़ाइद सेक्यूरिटी अमले और स्कूल के अंदरूनी हिस्से में ख़ातून सेक्यूरिटी अमले को मुतय्यन किया जाएगा। ए के ख़ान ने कहा कि शहर और अज़ला में अब तक 71स्कूलस के लिए इमारतों क़ा तईन कियागया है जिसके लिए काबिल और तालीमी याफताह अमले के तक़र्रुर के लिए तेज़ी के साथ काम किया जा रहा है।
उन्होंने इमारतों का ताय्युन भी काफ़ी ग़ौर के बाद किया गया है जबकि माह-ए-जून से तालीमी साल के आग़ाज़ को यक़ीनी बनाने के लिए मुतय्यन बेशतर इमारतों को बुनियादी सहूलतों से लैस किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जिन अज़ला में माइनॉरिटी खास्कर मुस्लिम अक़लियती स्टूडेंट्स के ऑनलाईन रजिस्ट्रेशन में कमी है वहां पर तजरुबेकार अमले की मदद से ऑनलाईन रजिस्ट्रेशन में इज़ाफ़ा की कोशिशें भी की जाएंगी।