अक़िलिय‌ती क़ाइदीन को दोनों रियासतों में कांग्रेस के इस्तेहकाम का मश्वरा

मर्कज़ी वज़ीर जय राम रमेश ने कांग्रेस के अक़िलियती क़ाइदीन को तेलंगाना और सीमा। आंध्र में पार्टी के इस्तेहकाम में अहम रोल अदा करने का मश्वरा दिया। गांधी भवन में आंध्रा प्रदेश कांग्रेस अक़िलियती डिपार्टमैंट के रियास्ती आमिला और अज़ला सदर का इजलास मुनाक़िद हुआ, जिस में मर्कज़ी वज़ीर ने तेलंगाना और सीमा-आंध्र के अक़िलियती क़ाइदीन बिलखुसूस मुस्लिम क़ाइदीन से अलाहदा मुलाक़ात की और रियासत की तक़सीम पर राय तल्ब की।

दोनों इलाक़ों के क़ाइदीन ने रियासत की तक़सीम का ख़ौरमक़दम करते हुए कहा कि इस से अक़िलीयतें ख़ुश हैं, क्योंकि दोनों इलाक़ों में मुसलमानों को तरक़्क़ी के ज़्यादा से ज़्यादा मौक़े दस्तयाब होंगे। सदर प्रदेश कांग्रेस अक़िलियती डिपार्टमेंट मुहम्मद सिराजुद्दीन ने आंध्र प्रदेश में अक़िलियतों बिलखुसूस मुस्लिम अक़िलियत के मसाइल पर रोशनी डालते हुए कहा कि रियासत में मुसलमानों को तालीम और मुलाज़िमतों में 4 फ़ीसद तहफ़्फुज़ात हासिल है, लिहाज़ा रियासत की तक़सीम के बाद भी दोनों इलाक़ों में ये तहफ़्फुज़ात बरक़रार रखा जाये और सियासी तहफ़्फुज़ात पर ग़ौर किया जाये।

उन्होंने कहा कि अक़िलियती बजट 1027 करोड़ रुपये है, लिहाज़ा दोनों रियासतों में इतना ही अक़िलियती बजट बरक़रार रखा जाये और हर साल इस में इज़ाफे के अलावा बजट के इस्तेमाल की निगरानी के लिए ख़ुसूसी कमेटी तशकील दी जाये। उन्होंने कहा कि इंतेख़ाबात में दोनों रियासतों में आबादी के तनासुब से अक़िलियतों बिलखुसूस मुसलमानों को असेम्बली और लोक सभा के टिकट दिए जाएं और उन्हें कामयाब बनाने की ज़िम्मेदारी क़बूल की जाये।

उन्होंने पार्टी के इंतेख़ाबी मंशूर के लिए चंद तजावीज़ पेश कीं, जिस पर जय राम रमेश ने हमदर्दाना ग़ौर का तैक़ून दिया। क़ब्लअज़ीं आमिला के इजलास से ख़िताब करते हुए मुहम्मद सिराजुद्दीन ने कहा कि अक़िलीयतों बिलखुसूस मुसलमानों को फ़िखापरस्त बी जे पी और नरेंद्र मोदी से डरने या घबराने की ज़रूरत नहीं है, क्योंकि फ़िर्कापरस्ती के मुक़ाबिल सोनीया गांधी चट्टान की मानिंद खड़ी हैं और राहुल गांधी सारे मुल्क का दौरा करते हुए कांग्रेस को मुस्तहकम कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि वो बहुत जल्द तेलंगाना और सीमा-आंधरा का दौरा करेंगे। उन्होंने कांग्रेस अक़िलियत डिपार्टमेंट के अज़ला सदर और दीगर क़ाइदीन को मिश्रा दिया कि वो अपने अज़ला में अक़िलियतों के मसाइल पर कोई समझौता ना करें, बल्कि मुसलमानों के मसाइल पेश करते हुए उन्हें हल कराने में कलीदी रोल अदा करें और पार्टी इस्तेहकाम के लिए काम करें।

उन्होंने बताया कि गुज़श्ता 8 बरसों से उन्होंने रियासत के तीनों इलाक़ों के कांग्रेस क़ाइदीन को इंसाफ़ दिलाने की हरमुमकिन कोशिश की और मर्कज़ी-ओ-रियासती हुकूमतों की फ़लाही स्कीमों के बारे में अक़लीयतों का शऊर बेदार करने जद्द-ओ-जहद की। इस मौक़े पर कांग्रेस एम एल सी मुहम्मद फ़ारूक़ हुसैन, सदर नशीन अक़िलीयती मालीयाती कारपोरेशन हिदायत अली, सेक्रेटरी प्रदेश कांग्रेस सय्यद यूसुफ़ हाश्मी, नायब सदर अक़िलियत डिपार्टमेंट मीर हादी अली के इलावा दीगर क़ाइदीन परवेज़, ख़्वाजा ज़ाकिरुद्दीन, ख़्वाजा ग़ियासुद्दीन, मुहम्मद अमजद, जमाल शरीफ़ (वरनगल), जव्वाद (मशरिक़ी गोदावरी), मुहम्मद साजिद (आदिल आबाद), मुहम्मद अनवर (कृष्णा), मुहम्मद क़ासिम (मग़रिबी गोदावरी), हुसैन (विशाखापटनम), ग़ियास (चित्तूर), क़ादिर (करीमनगर), डाक्टर नसीम (गुंटूर) और दीगर मौजूद थे।