जम्मू-ओ-कश्मीर असेंबली में आज अफ़ज़ल गुरु मसला पुरशोर-ओ-गुल के मुनाज़िर देखने में आए जो एक आज़ाद एम एल ए को मार्शलों के ज़रीया ऐवान से ज़बरदस्त ख़ारिज किए जाने के सबब बने। जैसे ही ऐवान की कार्रवाई शुरू हुई, लानगेट के आज़ाद ऐम एल ए अबदुर्रशीद ने अफ़ज़ल गुरु का मसला उठाया और मर्कज़ी वज़ीर फ़ारूक़ अबदुल्लाह पर पार्लीमेंट हमले के मुजरिम अफ़ज़ल गुरु से मुताल्लिक़ उन के हालिया रिमार्कस पर तन्क़ीद की।
हफ़्ता को फ़ारूक़ अबदुल्लाह ने कहा था कि हिंदूस्तान के ख़िलाफ़ काम करने वाले किसी भी शख़्स को इसकी क़ीमत चुकानी पड़ेगी। अबदुर्रशीद ने ऐवान में कहा कि उन्होंने (अबदुल्लाह) अफ़ज़ल गुरु के बारे में अपने ब्यान के ज़रीया कश्मीरीयों से दग़ा की है, में इसकी मुज़म्मत करता हूँ।
उन्होंने इल्ज़ाम आइद किया कि तमाम सयासी जमातें गुज़श्ता साल ऐवान में अफ़ज़ल गुरु पर उनकी क़रारदाद को नाकाम बनाने मुत्तहिद हो गई थीं। जे के एन पी पी, बी जे पी, एन सी और दीगर पार्टीयों के अरकान ने स्पीकर मुहम्मद अकबर लोन से कहा कि आज़ाद एम एल ए को वक़्फ़ा सवालात को दिरहम ब्रहम करने की पादाश में ऐवान से निकाल बाहर किया जाये।
बाअज़ अरकान ने जिनकी अबदुर्रशीद के साथ लफ़्ज़ी झड़प भी हो गई , कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने इस मुआमले का फ़ैसला कर दिया और दरख़्वास्त ए रहम सदर जमहूरीया के पास ज़ेर-ए-ग़ौर है और ऐवान को इस मुआमले से कोई लेना देना नहीं है, ताहम अबदुर्रशीद ऐवान के वस्त में पहुंच कर धरना देने लगे जबकि स्पीकर ने इनसे कहा कि अपना मसला वक़्फ़ा-ए-सवालात के बाद उठाएं।
जब अबदुर्रशीद ने कार्रवाई में बदस्तूर ख़लल डाला तो स्पीकर ने उन्हें मार्शलों के ज़रीया ऐवान से बाहर करवा दिया।