अफ़ज़ल गुरु से हमदर्दी पर उमर अबदुल्लाह की बी जे पी की जानिब से मुज़म्मत

नई दिल्ली, 11 फबरव‌री (पी टी आई) बी जे पी ने आज वज़ीर-ए-आला वादी कश्मीर उमर अबदुल्लाह पर इल्ज़ाम आइद किया कि वो वादी कश्मीर में हालात को संगीन बनाने के लिए ज़िम्मेदार हैं। उन्होंने अफ़ज़ल गुरु से हमदर्दी रखने का इल्ज़ाम लगाते हुए उनकी मुज़म्मत की।

बी जे पी के तर्जुमान प्रकाश झा ने प्रैस कान्फ़्रैंस से ख़िताब करते हुए कहा कि कांग्रेस को उमर अबदुल्लाह के इंटरव्यू के बारे में अपना मौक़िफ़ वाज़िह करना चाहीए क्योंकि वज़ीर-ए-आला जम्मू-ओ-कश्मीर यू पी ए का एक हिस्सा है। उन्होंने कहा कि इंटरव्यू की शदीद मुज़म्मत की जाती है क्योंकि भारती पार्लीमैंट पर हमले में शामिल एक दहश्तगर्द के साथ हमदर्दी का गोशा महसूस होता है।

उन्होंने कहा कि तास्सुब का मसला उठाना या कुछ दीगर हवाला देना असल इश्तिआल अंगेज़ के सिवाए और कुछ नहीं है जिस से वादी में सूरत-ए-हाल संगीन हो गई, कम अज़ कम रियासत वज़ीर-ए-आला को ऐसा नहीं करना चाहीए था। सीनीयर पार्टी लीडर लाल कृष्ण अडवानी, साबिक़ सदर बी जे पी नितिन गडकरी और दीगर की तरफ‌ से 45 वीं बरसी पर साबिक़ सदर बी जे पी पण्डित दीनदयाल उपाध्याय को ख़िराज-ए-अक़ीदत देने के बाद जोह देकर ने प्रैस कान्फ़्रैंस के दौरान कहा कि वज़ीर-ए-आला के बयान बिलकुल तौर पर काबिल-ए-क़बूल नहीं है जब कि पूरे मुल्क को राहत का एहसास हो रहा है।

उन्होंने कहा कि अफ़ज़ल गुरु को मौत के बाद पूरे हिंदूस्तान ने चैन की सांस ली हम वज़ीर-ए-आला के बयान की मुज़म्मत करते हैं और कांग्रेस से पूछना चाहते हैं कि क्या वो अमर अबदुल्लाह से इत्तेफ़ाक़ क्योंकि वो भी यू पी ए में शामिल हैं, इस लिए कांग्रेस को उमर अबदुल्लाह के बयान की ज़िम्मेदारी क़बूल करनी चाहीए।

वज़ीर-ए-आला जम्मू-ओ-कश्मीर ने कल पार्लीमैंट पर हमले के मुजरिम अफ़ज़ल गुरु की मौत की मुज़म्मत करते हुए कहा कि इस से अलग थलग होने और ज़ुल्म के कश्मीरी नौजवानों के एहसास में शिद्दत पैदा हो जाएगी। उन्होंने अफ़ज़ल गुरु को अपने अरकान ख़ानदान से मुलाक़ात की इजाज़त ना देने को वाक़िया बताया और कहा कि फांसी से पहले वो सिर्फ़ अलविदा कहना चाहते थे।

उन्होंने कहा कि इस वाक़िये के बाद कई सवाल उठ खड़े हुए हैं जो जवाबतलब है। जारिया कुंभ मेले के दौरान इलहाबाद में भगदड़ और इस में मौत के बारे में बी जे पी के तर्जुमान ने कहा कि ये मर्कज़ी और रियास्ती दोनों हुकूमतों की नाकामी है। रेलवे के वज़ीर पवन कुमार बंसल अपनी ज़िम्मेदारी से एक तकनीक बयान दे कर बच नहीं सकते।

स्टेशन पर इतनी शदीद इंतिशार का आलम था कि इस से बेहतर निमटा जा सकता था. इस वाक़िये को बद बख्ताना बताते हुए जोह देकर ने कहा कि 12 साल पहले जब रियासत के वज़ीर-ए-आला राज नाथ सिंह थे उन्होंने कुंभ मेले के मौखे पर बेहतर इंतेज़ामात किए थे।

वज़ीर-ए-आला गुजरात नरेंद्र मोदी दिल्ली कॉलेज में तक़रीर पर कांग्रेस के इल्ज़ाम के बारे में जवाब देते हुए जोह देकर ने कहा कि ये झूट का पलंदा हैं। आदाद-ओ-शुमार इस बात से इनकार करते हैं। ये आदाद-ओ-शुमार और तजज़िया मर्कज़ की यू पी ए हुकूमत ने दिया है। इस से साफ़ ज़ाहिर होता है कि मोदी के बारे में कितना जुनून कांग्रेस में पाया जाता है कांग्रेस उन से ख़ौफ़ज़दा हैं।