अफ़्ग़ानिस्तान में भारी बरफ़बारी के साथ बर्फ़ के तोदे गिरने के सबब कम से कम 28 अफ़राद हलाक हो गए। हुक्काम ने अंदेशा ज़ाहिर किया है कि महलोकीन की तादाद में इज़ाफ़ा हो सकता है। काबुल के शुमाल में वाक़े पंचशेर सूबा बुरी तरह मुतास्सिर हुआ है।
अक्सर हलाकतें इस इलाक़ा में हुई हैं जहां दो दिन से जारी शदीद बर्फ़बारी के सबब सड़कें नाक़ाबिले इस्तेमाल हो गई हैं जिस के नतीजा में इमदादी टीमों को मुतास्सिरा देहातों तक रसाई में दुशवारी पेश आरही है।
अफ़्ग़ानिस्तान के इस बुलंद पहाड़ी इलाक़ा में मौसमे सर्मा के दौरान मिट्टी के तोदे गिरने के मोहलिक वाक़ियात मामूल की बात हैं। शुमाल मशरिक़ में दूर दराज़ के एक इलाक़ा में 2012 के दौरान ऐसे ही एक वाक़िया में तक़रीबन 145 मर्द ख़्वातीन और बच्चे लापता हो गए थे जो समझा जाता है कि मिट्टी के तोदों तले ज़िंदा दफ़न हो गए थे।