सार्क ममालिक पर बेहतर रवाबित के लिए ज़ोर के दौरान अमरीका ने अफ़्ग़ानिस्तान के साथ ट्रांसपोर्ट रब्त की सताइश करते हुए कहा कि इस से मआशी ख़ुशहाली में जंग ज़दा मुल्क में इज़ाफ़ा होगा।
और इस से बहैसीयत मजमूई इलाक़ाई ख़ुशहाली में भी इज़ाफ़ा होगा। नायब वज़ीरे ख़ारजा अमरीका बराए जुनूबी वस्ती एशीया निशा देसाई बिस्वाल ने जो 18वीं सार्क चोटी कान्फ़्रैंस में शिरकत के लिए आई हुई थीं कि इलाक़ाई क़ाइदीन ने पुख़्ता इरादा ज़ाहिर किया है कि इस इलाक़ा की मआशी तरक़्क़ी को बेहतर बनाया जाएगा।
ये इंतिहाई हौसला अफ़्ज़ा इक़दाम है और अमरीका इस मक़सद के हुसूल के लिए ज़रूरी मदद फ़राहम करने के लिए तैयार है। अमरीका सार्क के 10 मुबस्सिरीन में शामिल है।
निशा देसाई ने कहा कि सार्क चोटी कान्फ़्रैंस इंतिहाई कामयाब रही। इस बात की ज़बरदस्त उम्मीद है और पुख़्ता इरादा है कि एक किस्म का पूरे इलाक़ा को अज़ीम सतह तक ख़ुशहाल बना देगा।
उन्हों ने कहा कि तमाम सरब्राहान हुकूमत के ब्यानात का मर्कज़ तवज्जा उसी पर है और हम उस की मुकम्मल ताईद करते हैं और उम्मीद करते हैं कि अमरीका इस ख़ाब को हक़ीक़त में बदलने के लिए हर मुम्किन मदद करेगा।
निशा बिस्वाल ने सदर अफ़्ग़ानिस्तान अशर्फ़ ग़नी की अफ़्ग़ानिस्तान को बाक़ी इलाक़ा से मरबूत करने की अपील का हवाला देते हुए कहा कि अफ़्ग़ानिस्तान को बाक़ी ममालिक से बेहतर रवाबित इस बात को यक़ीनी बनाएंगे अज़ीम हद तक मआशी ख़ुशहाली इस इलाक़ा में आ जाए।
उन्हों ने कहा कि हम अफ़्ग़ानिस्तान के उबूरी दौर में उस की भरपूर ताइदी करते हैं और इस मुल्क में इस्तेहकाम, सियानत और मआशी ख़ुशहाली देखना चाहते हैं। अमरीका की ख़ाहिश है कि इस का दीगर तमाम इलाक़ाई ममालिक से रब्त पैदा हो जाए।
अमरीका कलीदी पहलूओं पर भी तवज्जा मर्कूज़ किए हुए हैं ता कि अफ़्ग़ानिस्तान की ख़ुशहाली को यक़ीनी बनाया जा सके जो एशीया के मशरिक़ी इलाक़ों के क़ल्ब में वाक़े है।
चीन और अमरीका के इलावा सार्क के दीगर मुबस्सिरीन में ऑस्ट्रेलिया, जापान, म्यांमार, ईरान, जुनूबी कोरिया, योरोपी यूनीयन और मॉरिशस शामिल हैं।