अफ़्ग़ान वज़ारत-ए-दाख़िला के महफ़ूज़ इलाक़ा में 2 अमेरीकी हलाक

क़ुरआन मजीद की बेहुर्मती के ख़िलाफ़ अफ़्ग़ानिस्तान में तशद्दुद की लहर जारी है और आज पेश आए एक वाक़्या में वज़ारत-ए-दाख़िला की इमारत में दो अमेरीकी ओहदेदारों को गोली मार दी गई। नाटो के कमांडर जनरल जान आर एलियन ने फ़ौरी अपने तमाम फ़ौजी मुशीरों को काबुल में अफ़्ग़ान वज़ारतों से दस्तबरदार हो जाने का हुक्म दिया है।

इससे अंदाज़ा किया जा सकता है कि बोहरान संगीन होता जा रहा है। अवाम में मुख़ालिफ़ अमेरीका जज़बात इंतिहाई शदीद हो चुके हैं। यहां तक कि अफ़्ग़ान सिक़्योरटी फोर्सेस के साथ काम करनेवाली वज़ारतों में भी इस मसला पर इख़तेलाफ़ात पैदा हो गए। अगरचे अफ़्ग़ानी शहरी की जानिब से दो अमेरीकी फ़ौजी ओहदेदारों को हलाक किए जाने के बारे में सरकारी तौर पर कोई ब्यान जारी नहीं किया गया लेकिन नाटो हेडक्वार्टर्स से मग़रिबी ओहदेदारों को भेजे गए ई मेल में कहा गया है कि ये सूरत-ए-हाल नीले से सब्ज़ के मुतरादिफ़ है।

फ़ौजी इस्तेलाह ( Terminology) में ये जुमला उस वक़्त कहा जाता है जब अफ़्ग़ान सिक़्योरटी फोर्सेस ख़ुद अपने हथियार मग़रिबी हलीफ़ फ़ौज के ख़िलाफ़ उठा ले। आज का ये वाक़्या वज़ारत-ए-दाख़िला के इंतिहाई सख़्त सिक़्योरटी के हामिल इलाक़ा में पेश आया, जिससे आम शहरीयों और फ़ौज के माबैन बढ़ती हुई नफ़रत का बख़ूबी अंदाज़ा किया जा सकता है।

क़ुरआन मजीद की बेहुर्मती के वाक़्या से पहले ही अफ़्ग़ान अवाम की अमेरीकी फ़ौज के ख़िलाफ़ ब्रहमी शदीद थी और अमेरीकी फ़ौजीयों को वक़्फ़े वक़्फ़े से निशाना बनाया जा रहा है। अब अफ़्ग़ान वज़ारतों से मग़रिबी ओहदेदारों की अचानक दसतबरदारी के बाद मुल्क भर में अफ़्ग़ान फोर्सेस के साथ जारी मुशतर्का कार्रवाई के बारे में कई सवालात उठ खड़े हुए हैं, ताहम जनरल एलियन ने कहा कि नाटो अब भी अफ़्ग़ानिस्तान में जंग जारी रखने के लिए पाबंद अह्द है।

उन्होंने वज़ारत-ए-दाख़िला में हुए हमले की मुज़म्मत की और कहा कि ये कार्रवाई करने वाला इंतिहाई ज़ालिम शख़्स है। उन्होंने कहा कि अफ़्ग़ान हुकूमत के साथ हमारी शराकत जारी रहेगी ताकि एक पुरअमन , मुस्तहकम और महफ़ूज़ अफ़्ग़ानिस्तान का बाहमी मक़सद पूरा हो सके।

इस दौरान ये इत्तेला मिली है कि अफ़्ग़ान वज़ारत-ए-दाख़िला में दो अमेरीकी फ़ौजी ओहदेदारान को गोली मारने वाला शख़्स भी मग़रिबी शहरी था। अफ़्ग़ान ओहदेदारों ने गोली मारने के इस वाक़्या में किसी अफ़्ग़ान शहरी के मुलव्वस होने की तरदीद की है। इस के बरअक्स उन्होंने कहा कि एक और बैन-उल-अक़वामी मुशीर ने अपनी बंदूक़ दो अमेरीकीयों पर तान दी और उन्हें हलाक कर दिया। अफ़्ग़ानिस्तान के दो ओहदेदारों ने अपनी शनाख़्त मख्फ़ी रखने की ख़ाहिश पर बताया कि गोली मार देने का ये वाक़्या वज़ारत-ए-दाख़िला के इंतिहाई महफ़ूज़ कमरे में पेश आया जहां अफ़्ग़ान स्टाफ़ को भी जाने की इजाज़त नहीं।

एक अमेरीकी ओहदेदार ने वाशिंगटन में दोनों महलोकीन अमेरीकी शहरी होने की तौसीक़ की और कहा कि एक हमलावर ने उन्हें हलाक किया है, ताहम हमला आवर के बारे में मज़ीद इत्तेला फ़राहम नहीं की गई। जज़बा ईमानी से सरशार हज़ारों अफ़्ग़ान बाशिंदों ने आज पांचवें दिन भी सड़कों पर शदीद मुज़ाहिरे किए।

शुमाली अफ़्ग़ानिस्तान में पुलिस के साथ झड़प हुई और अक़वाम-ए-मुत्तहिदा के अहाता पर हमला किया गया। इस एहतिजाज में मज़ीद 3 अफ़राद जांबाहक़ हुए। ए एफ़ पी के मुताबिक़ हज़ारों अफ़राद ने क़नदस में एक कॉम्प्लेक्स पर हमला किया लेकिन ये एहतिजाज शहर में तशद्दुद भड़काने का मूजिब नहीं बन सका।

मुल्क में बदअमनी के हालात में मरने वालों की तादाद 27 हो गई है। अमेरीकी ज़ेर-ए-क़ियादत नाटो अफ़्वाज की जानिब से क़ुरआन मजीद की बेहुर्मती और इसके नुस्ख़ों को नज़र-ए-आतिश करने के वाक़्या के बाद हालात बेक़ाबू हो गए हैं। अक़वाम-ए-मुत्तहिदा के तर्जुमान ने इसकी इमारत पर हमले की तौसीक़ की है, लेकिन इसने ये कहने से इनकार कर दिया कि इस हमले के वक़्त इमारत में अक़वाम-ए-मुत्तहिदा के अमले के कितने अरकान थे।

ऐनी शाहिदीन ने कहा कि एहतिजाज के दौरान पूरे क़नदस में नाख़ुशगवार वाक़्यात उस वक़्त पैदा हुए जब मुज़ाहिरीन ने सड़कों पर टायरों को नज़र-ए-आतिश कर दिया और ट्रैफ़िक बूथस को आग लगा दी। अफ़्ग़ानिस्तान के वस्त मथुरा लिम में भी तशद्दुद भड़क उठा जहां एहितजाजी फायरिंग में ज़ख्मी हुए। अक़वाम-ए-मुत्तहिदा के कॉम्प्लेक्स से मुज़ाहिरीन पर अंधा धुंध् फायरिंग की जा रही थी। सहाफ़ीयों ने देखा कि पुलिस, एहितजाजियों को कॉम्प्लेक्स के अहाता में दाख़िल होने से रोकने की कोशिश कर रही है।

मुज़ाहिरे शुरू होने के चार घंटों बाद तक़रीबन 2 बजे दिन फायरिंग की गई। बादअज़ां ओहदेदारों ने हुजूम को अहाता में दाख़िल होने से रोकने में कामयाबी हासिल कर ली है। पुलिस के तर्जुमान सुरूर हुसैनी ने कहा कि कॉम्प्लेक्स के तहफ़्फ़ुज़ के लिए पुलिस के ज़ाइद दस्तों को रवाना किया गया ।

क़नदस में महिकमा-ए-सेहत आम्मा के सरबराह शाहिद मुख्तार ने कहा कि दवाख़ानों से मिलने वाली इत्तेलात में बताया गया है कि आज के तशद्दुद में मरने वालों की तादाद 3 हो गई है। इस तशद्दुद में दीगर 47 अफ़राद भी ज़ख्मी हुए हैं। अफ़्ग़ानिस्तान के पाँच मुख़्तलिफ़ सूबों में एहतिजाज जारी है।