अफ़्ग़ान सिक्यॊरिटी मंसूबा का अफ़शा-ए-, तालिबान का दावे

काबुल 15 नवंबर (ए एफ़ पी) अफ़्ग़ानिस्तान में तालिबान ने गुज़श्ता रोज़ एक सकीवरीटी मंसूबा अपने वेबसाइट पर जारी किया है और दावे किया गया है कि ये हुकूमत अफ़्ग़ानिस्तान का इंतिहाई राज़दाराना सकीवरीटी मंसूबा है जो इस हफ़्ते अमरीका के साथ ताल्लुक़ात के बारे में फ़ैसला करने के लिए मुनाक़िद शुदणी कबायली सरदारों की तारीख़ साज़ कौंसल लोया जरगा के इजलास में पेश करने के लिए तैयार किया गया था।

मुबय्यना मंसूबे में लोया जरगा के मुक़ाम का स्टेलाइट नख़शा भी दिखाया गया है इलावा अज़ीं आली तरीन सिक्यॊरिटी ओहदेदारों और कबायली सरदारों के मोबाईल फ़ोन नंबर्स और सकीवरीटी फ़ोर्सस की ताय्युनाती की तफ़सीलात शामिल हैं। लेकिन हुकूमत अफ़्ग़ानिस्तान और बैरूनी अफ़्वाज के ज़िम्मेदारों ने दावे किया है कि ये मंसूबा जाली है।

कबायली सरदारों की असैंबली (लोया जरगा) का इजलास चहारशंबा से काबुल में शुरू होरहा है जिस में तक़रीबन 2 हज़ार सरदार अमरीका के साथ अफ़्ग़ानिस्तान के तवील मुद्दती ताल्लुक़ात के बारे में तबादला-ए-ख़्याल के बाद कोई फ़ैसला करेंगे और इस जंग ज़दा मुल्क में क़ियाम अमन की कोशिशों पर तवज्जा मर्कूज़ की जाएगी। ताहम तालिबान ने लोया जरगा के इस अहम तरीन इजलास को निशाना बनाने की पहले ही धमकी दी है।

कबायली सरदारों का एक ऐसा ही अहम इजलास 2010-ए-में मुनाक़िद हुआ था जिस को तालिबान ने हमला का निशाना बनाया था। तालिबान ने मीडीया के लिए जारी करदा अपने एक सहाफ़ती ब्यान में कहा है कि इस्लामी इमारात (अफ़्ग़ानिस्तान) के चौकस मुजाहिदीन खु़फ़ीया मंसूबा हासिल कर चुके हैं।