आँख के बदले जन्नत

हजरत अनस रज़ी अल्लाहु तआला अनहु से रिवायत है के रसूल-ए-पाक (स०) ने फ़रमाया,अल्लाह तआला फ़रमाता है,जब मैंने किसी बन्दे की आँखें लेली तो उनका बदला जन्नत के सिवा कुछ नहीं। (तिर्मिज़ी)