आंध्र तेलंगाना झगड़ा, हैदराबाद को भारी नुक़्सान का अंदेशा

पानी की तक़सीम के मसले पर आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के दरमयान दिन बह दिन बढ़ते हुए तसादुम की सूरत-ए-हाल में अब एसा लगता हैके हैदराबाद को सब से ज़्यादा नुक़्सान पहुंचेगा।

दोनों तरफ के आला ओहदेदारों ने अंदेशा ज़ाहिर किया हैके अगर श्रीसेलम और नागरगुनासागर ज़ख़ाइर हाए आब से पानी की इजराई के मसले पर अपने मौक़िफ़ पर अटल रहे तो जनवरी 2015 से ग्रेटर हैदराबाद को दरयाए कृष्णा से पीने के लिए पानी की सरबराही के बारे में शकूक-ओ-शुबहात पैदा होजाएंगे।

कृष्णा आबी प्रोजेक्ट (मरहला अव्वल-ओ-दोम ) के तहत फ़िलहाल ग्रेटर हैदराबाद की 92 लाख नफ़ूस पर मुश्तमिल आबादी को 60 फ़ीसद पीने का पानी फ़राहम किया जाता है।

नागरजुनासागर ज़ख़ीरा आब से पट्टनगढ़ी माधवा रेड्डी प्रोजेक्ट ( ए एम आर पी ) पर वाटर पंपस के ज़रीये पानी जमा किया जाता है और एकमपली ज़ख़ीरा आब में महफ़ूज़ किया जाता है जहां से ये पानी हैदराबाद पहुंचता है ताहम नागरजुना से सिर्फ़ इस सूरत में ही पानी निकाला जा सकता है जब डैम की सतह 510 फ़ीट पर बरक़रार रखी जाये।

ए एम आर पी में पंपों की तज़ाईन कुछ इस अंदाज़ में की गई हैके नागरजुनासागर से सिर्फ़ उसी सूरत में पानी निकाला जा सकता है जब वहां की सतह आब 510 फ़ीट रहे।

ए पी जीनको के मुशीर जी अदी सीशो ने कहा कि हैदराबाद को दरयाए कृष्णा से पीने के पानी की सरबराही को यक़ीनी बनाने के लिए नागर जुनासागर में पानी की इस सतह को बरक़रार रखना लाज़िमी होगा। नागरजुना सागर में बिलउमूम जनवरी के दौरान पानी की सतह 510 फ़ीट से कम होजाती है।

चुनांचे हैदराबाद में पानी की सरबराही को यक़ीनी बनाए रखने के लिए श्रीसेलम से नागरजुनासागर में पानी छोड़ना पड़ेगा ताके वहां अक़ल्ल तरीन सतह आब को बहाल रखा जा सके।

हैदराबाद को पानी सरबराह करने वाले दुसरे ज़राए उसमानसागर ( 24 मिलियन गैलन यौमिया ), हिमायतसागर ( 16 मिलियन गैलन यौमिया ) , सिंगूर ( 75 मिलियन गैलन यौमिया ) और मानजरा ( 45 मिलियन गैलन यौमिया ) हैं लेकिन उसमानसागर, हिमायतसागर, सिंगूर और मानजरा ज़ख़ाइर हाए आब एक साल में सिर्फ़ 190 दिन तक पानी की सरबराही के लिए महिदूद हैं जबकि दरयाए कृष्णा का पानी शहर को 250 दिन आबरसानी यक़ीनी बनाता है। इन हालात में तेलंगाना-ओ-आंध्र दोनों की हुकूमतें मौसम रबी की फसलों को पानी सरबराह करने पर तमाम तर तवज्जा मर्कूज़ कररही है चुनांचे हैदराबाद को नए साल के आग़ाज़ के साथ ही पीने के पानी के बोहरान का सामना लाहक़ होसकता है।