आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के छः हज़ार आज़मीन को हज की सआदत

आंध्र प्रदेश और तेलंगाना से ताल्लुक़ रखने वाले 6000 से ज़ाइद फ़र्ज़ंद इन तौहीद ने आज वक़ूफ़ अर्फ़ात के साथ हज की सआदत हासिल करूं और मुज़दल्फ़ा के लिए रवाना होगए। स्पेशल ऑफीसर हज कमेटी प्रोफेसर एस ए शुकूर ने आज़मीन-ए-हज के साथ मौजूद हज कमेटी के ओहदेदारों और ख़ादिम अलहजाज से रब्त क़ायम करते हुए फ़रीज़ा हज की सआदत हासिल करने पर दोनों रियासतों के हुज्जाज को मुबारकबाद पेश की।

उन्होंने हिदायत दी कि मिना में क़ियाम और मनासिक हज की तकमील तक हुज्जाज किराम की तमाम सहूलतों का ख़्याल रखा जाये और खासतौर पर ज़ईफ़ अफ़राद की सेहत पर ख़ुसूसी नज़र रखें। ख़ादिम अलहजाज ने बताया कि हुज्जाज के लिए पाँच रोज़ा अय्याम हज के दौरान ट्रेन की सहूलत फ़राहम की गई है और उन्हें इस के लिए पहले ही टिकट फ़राहम करदिए गए।

स्टेशन नंबर 2से हुज्जाज किराम सफ़र करेंगे। मिना ता अर्फ़ात, मुज़दल्फ़ा और मिना वापसी तक ट्रेन की सहूलत बरक़रार रहेगी। ट्रेन में सफ़र के लिए किसी भी भगदड़ से महफ़ूज़ रखने के लिए सऊदी हुक्काम ने अलाहदा स्टेशनों की निशानदेही करदी है जिस के बाइस हुज्जाज किराम इंतेहाई इतमीनान के साथ ट्रेन का सफ़र कररहे हैं।

स्पेशल ऑफीसर को बताया गया कि आज बाद नमाज़-ए-फ़ज्र तेलंगाना और आंध्र प्रदेश से ताल्लुक़ रखने वाले फ़र्ज़ंद इन तौहीद मैदान अर्फ़ात रवाना हुए जहां उन्होंने नमाज़ ज़ुहर और असर अदा की। बाद असर ख़ुसूसी दुआ का एहतेमाम किया गया क्योंकि ये मुक़ाम की मक़बूलियत का है।

वकूफ़-ए-अर्फ़ात के साथ हज की अदायगी मुकम्मल होजाती है। हुज्जाज किराम मग़रिब से एन क़ब्ल मुज़दल्फ़ा के लिए रवाना हुए जहां वो रात भर इबादतों में मसरूफ़ रहेंगे। नमाज़-ए-फ़ज्र की अदायगी के बाद वो रुमी जमार के लिए जुमरात पहुंचेंगे और इस रुकन की अदायगी के बाद मिना में अपने ख़ेमों को वापिस होंगे और क़ुर्बानी फिर हलक़ की तकमील होगी और एहराम छोड़कर नए कपड़े ज़ेब-ए-तन करलेंगे और ये ईद का दिन होता है।

इंडियन हज मिशन के ओहदेदारों की टीम भी हिन्दुस्तानी हुज्जाज के साथ सफ़र कररही है और हर मंज़िल पर उन की रहनुमाई की जा रही है। मिना और दीगर मुक़ामात पर हुज्जाज के लिए खाने का इंतेज़ाम किया गया है। प्रोफ़ैसर एस ए शुकूर ने बताया कि तमाम हुज्जाज किराम ख़ैरीयत से हैं और वो बेहतर अंदाज़ में फ़राइज़ हज की तकमील कररहे हैं।