आंध्र प्रदेश की ख़ातून वज़ीर तनाज़ा में फंस गईं

तेलुगु देशम पार्टी नोट बराए वोट स्कॅम में अपने एक रुकने असेंबली रेवेंथ रेड्डी की गिरफ़्तारी के सदमे से बाहर निकल भी नहीं आई थी कि मग़रिबी गोदावरी में आंध्र प्रदेश की एक ख़ातून वज़ीर पीतला सुजाता के मकान में 10 लाख रुपये की रक़म से भरा हुआ एक बयाग ( थैला) दस्तयाब होने पर एक और तनाज़ा में फंस गई है।

बताया जाता है के रियासती वज़ीर के घरेलू मुलाज़िमीन ने मकान के अहाते में एक पुरासरार बयाग देख कर उनके वालिद को मतला किया। उन्होंने पुलिस को इत्तेला देते ही वहां पहुंच कर 10लाख रुपये पर मुश्तमिल एक बयाग और तालीमी सर्टीफ़िकेटस और डिस्ट्रिक्ट स्लेक्शन कमेटी का हाल टिकट ज़बत करलिया जोकि एक ख़ातून उम्मीदवार का है।

बादअज़ां मीडीया से बातचीत करते हुए रियासती वज़ीर पी सुजाता ने बताया कि वो इस वाक़िये के वक़्त मकान में मौजूद नहीं थीं और 10लाख रुपये का बयाग पाए जाने पर पुलिस को इत्तेला दे दी गई। अगर पुलिस ने इस मुआमले में एक रिटायर्ड टीचर्स विष्णु वित्ती को हिरासत में ले लिया है जिस ने बताया कि एक रिश्तेदार की शादी के सिलसिले में ये रक़म बैंक से निकाल कर रियासती वज़ीर के वालिद से मुलाक़ात के लिए गई थी लेकिन उन्होंने ये वज़ाहत नहीं की के एक लड़की का डी एससी हाल टिकट और तालीमी सर्टीफ़िकेटस बयाग में क्युं रखा था। जिस के बाइस ये शुबा पैदा होगया कि असातिज़ा के तक़र्रुत के सिलसिले में रियासती वज़ीर को रिश्वत देने की कोशिश की गई थी।