आंध्र प्रदेश के 12 मछेरे ख़लीज बंगाल में लापता

हैदराबाद 22 जून: पाँच दिन पहले काकिनाडा से ख़लीज बंगाल में जाने वाले 12 मछेरे लापता होगए हैं और हुकूमत की तरफ से उनका पता चलाने तलाशी मुहिम शुरू की गई है।

मशरिक़ी गोदावरी के ज़िला कलेक्टर अरूण कुमार ने कहा कि 12 मछेरे 17 जून को काकिनाडा से दो कश्तीयों में ख़लीज बंगाल में गए थे कुछ दूसरे मछेरे भी उनके साथ दूसरी कश्तीयों में समुंद्र में मौजूद थे।

ताहम उन 12 मछेरों के अफ़रादे ख़ानदान को कल एक पयाम मौसूल हुआ जिस में कहा गया हैके उनकी कश्तीयों में फ़न्नी ख़राबी पैदा होगई थी। इस इत्तेला के बाद कल उनकी तलाश का काम शुरू हुआथा जो आभी जारी रहा। ज़िला कलेक्टर ने कहा कि जो दूसरे मछेरे समुंद्र में हैं उन से राबिता किया जा सका है ताहम उन 12 मछेरों का अभी तक कोई पता नहीं चलाया जा सका है।

ज़िला कलेक्टर ने कहा कि हम अभी इन बारह मछेरों को लापता क़रार नहीं दे सकते। अभी हमें उनके अता पिता के ताल्लुक़ से कुछ भी मालूम नहीं होसका है।

कलेक्टर अरूण कुमार ने कहा कि चीफ़ मिनिस्टर आंध्र प्रदेश एन चंद्रबाबू नायडू ने इन मछेरों के ताल्लुक़ से मालूमात हासिल की हैं। चीफ़ मिनिस्टर की हिदायत के मुताबिक़ ज़िला इंतेज़ामीया ने रिलाइंस इंडस्ट्रीज़ से ख़ाहिश की हैके वो अपने हेलीकाप्टरस की ख़िदमात मेंलाते हुए उनकी कश्तीयों का पता चलाईं।

महिकमा तवानाई के सेक्रेटरी इजए जैन ने सी एम डी ए पी ट्रांस्को के विजय आनंद और एम डी ए पी जेंकव के रंगना थम-ओ-दूसरे ओहदेदारों के साथ रियासत में बर्क़ी सरबराही और हिफ़ाज़ती इक़दामात का जायज़ा लिया है। उन्होंने एमरजेंसी बर्क़ी बहाली निज़ाम का भी जायज़ा लिया।इस बात को यक़ीनी बनाया जा रहा हैके मानसून के दौरान कम से कम हादिसात पेश आएं।