हैदराबाद 13 जून:हैदराबाद में ख़िदमात अंजाम दे रहे आंध्र प्रदेश सेक्रेटेरिएट के मुलाज़िमीन की नए दारुल हुकूमत अमरावती मुंतकली के मसले पर तजस्सुस पाया जाता है।
वज़ीर-ए-आला चंद्रबाबू नायडू ने 27 जून तक किसी भी हाल अमरावती मुंतक़िल होने की हिदायत दी है ताकि वहां से हुक्मरानी की शुरूआत की जा सके। ये मुलाज़िमीन दो ग्रुपस में तक़सीम हो चुके हैं। एक ग्रुप का कहना है कि उनके मसाइल मुनासिब तौर पर हल नहीं किए जा रहे हैं एपी में मुक़ामी दर्जा भी एक मसला है और बाज़ एसे मुलाज़िमीन भी हैं जिनकी सुबकदोशी क़रीब है वो भी अमरावती नहीं जाना चाहते। इस मसले पर मुलाज़िमीन में तशवीश पाई जाती है इन मुलाज़िमीन ने ब्रहमी ज़ाहिर करते हुए कहा कि उनके मसाइल पर यूनीयन के लीडरों और सियासी लीडरों से भी नुमाइंदगी की गई लेकिन उनके मसाइल को नज़रअंदाज किया गया।
दूसरी तरफ़ एक और ग्रुप अमरावती जाने के लिए तैयार है। वाज़िह रहे कि हैदराबाद दस साल तक दोनों तेलुगू रियासतों का मुशतर्का दारुल हुकूमत है। चंद्रबाबू नायडू चाहते हैं कि हैदराबाद से एपी के सेक्रेटेरिएट मुलाज़िमीन अमरावती मुंतक़िल होजाएं।