आंध्र प्रदेश से 5977 ख़ुशनसीब आज़मीन-ए-हज का इंतिख़ाब

हैदराबाद 24 अप्रैल: हज 2013 के लिए ख़ुशनसीब आज़मीन-ए-हज्ज की आज कुरा अंदाज़ी अमल में आई। कंप्यूटराईज़ड कुरा अंदाज़ी के ज़रीये आंध्र प्रदेश के 5977 ख़ुशनसीब आज़मीन का इंतिख़ाब किया गया जो रियास्ती हज कमेटी के ज़रीये फ़रीज़ा ए हज की सआदत हासिल करेंगे।

मर्कज़ी हज कमेटी ने आंध्र प्रदेश के लिए इस साल 7322 आज़मीन का कोटा मुक़र्रर किया है इन में 1345 आज़मीन का बगै़र क़ुरा अंदाज़ी के महफ़ूज़ ज़मुरा में इंतिख़ाब अमल में आया क्योंके उन की उम्र 70 या इस से ज़ाइद है।

इस तरह मजमूई तौर पर आंध्र प्रदेश से 7322 आज़मीन-ए-हज्ज फ़रीज़ा हज की अदायेगी और मदीना मुनव्वरा में हाज़िरी के लिए सऊदी अरब रवाना होंगे।

क़ुरा अंदाज़ी की तक़रीब हज हाइज़ नामपली में मुनाक़िद हुई। हर ज़िला में मुस्लिम आबादी के लिहाज़ से इस ज़िला के लिए कोटा मुक़र्रर किया गया था जिस की बुनियाद पर हर ज़िला की अलग अलग क़ुरा अंदाज़ी हुई चूँके ज़िला श्रीकाकुलम से एक भी दरख़ास्त वसूल नहीं हुई लिहाज़ा इस ज़िला के लिए क़ुरा अंदाज़ी नहीं की गई जबके इस ज़िला का कोटा 7 आज़मीन का था।

नेल्लुर , प्रकाशम, विजयानगरम और मग़रिबी गोदावरी अज़ला के लिए भी क़ुरा अंदाज़ी के बगै़र ही आज़मीन का इंतिख़ाब किया गया। इन अज़ला में मुक़र्ररा कोटा से कम दरख़ास्तें वसूल हुई थीं लिहाज़ा क़ुरा अंदाज़ी की नौबत ही नहीं आई।

माबक़ी दरख़ास्तों को वेटिंग लिस्ट के ज़मुरा में रखा गया है । अगर रियासत के कोटा में मज़ीद इज़ाफ़ा होता है तो वेटिंग लिस्ट में से आज़मीन का इंतिख़ाब किया जाएगा।

रियास्ती वज़ीर-ए-क़लीयती बहबूद मुहम्मद अहमद उल्लाह ने क़ुरा अंदाज़ी का इफ़्तेताह किया और पहले ख़ुशनसीब आज़िम के नाम का एलान किया।उन्हों ने मुंतख़ब आज़मीन-ए-हज्ज को मुबारकबाद पेश की।

आदिलाबाद के लिए 206, अनंतपुर 338, चित्तूर 298, कड़पा 336, मशरिक़ी गोदावरी 61, गुंटूर 424, हैदराबाद 1370, करीमनगर 186, खम्मम 120, कृष्णा 231, करनूल 498, महबूबनगर 258, मेदक 258, नलगेंडा 148, निज़ामबाद 295, रंगा रेड्डी 354, विशाखापटनम 62 और वरनगल के लिए 153 आज़मीन का कोटा मुक़र्रर किया गया था।

ये कोटा महफ़ूज़ दर्जा के आज़मीन के अलावा है। वज़ीर-ए-क़लीयती बहबूद ने कहा कि क़ुरा अंदाज़ी में जिन अफ़राद का नाम नहीं आया है उन्हें मायूस होने की ज़रूरत नहीं है क्योंके हज के लिए वही जा सकते हैं जिन्हें अल्लाह तबारक ताआला की तरफ़ से बुलावा आता है।

अहमद उल्लाह ने आज़मीन-ए-हज्ज को इस साल भी हज कमेटी और हुकूमत की तरफ से बेहतर सहूलतों की फ़राहमी का याकिन दिया।उन्हों ने कहा कि हज हाइज़ लेकर अर पोर्ट और फिर सऊदी अरब में बेहतर सहूलतों की फ़राहमी को यक़ीनी बनाया जाएगा।

उन्हों ने बताया कि चीफ़ मिनिस्टर किरण कुमार रेड्डी ने आज़मीन-ए-हज्ज की बेहतर ख़िदमात की फ़राहमी के लिए हज कमेटी के बजट को एक करोड़ से बढ़ा कर इस मालीयाती साल 2 करोड़ करने से इत्तिफ़ाक़ किया है।

उन्हों ने कहा कि वो बहुत जल्द सऊदी अरब का दौरा करते हुए आज़मीन-ए-हज्ज की रिहायश और दीगर सहूलतों के बारे में इंतेज़ामात का जायज़ा लेंगे।

सयद ख़लील उद्दीन अहमद सदर नशीन रियास्ती हज कमेटी ने तक़रीब की सदारत की। उन्हों ने बताया कि जारीया साल रियासत के लिए पिछ्ले के मुक़ाबले में ज़ाइद कोटा मुक़र्रर किया गया है।

रियासत का असल कोटा 6017 था ताहम दीगर रियास्तों में दरख़ास्तों की कमी के बाइस आंध्र प्रदेश के कोटा में इज़ाफ़ा करते हुए 7322 किया गया है।

उन्हों ने बताया कि आंध्र प्रदेश हज कमेटी को जुमला 16982 दरख़ास्तें वसूल हुईं जिन में से एक से ज़ाइद मर्तबा हज अदा करने पर 10 दरख़ास्तों को रद्द कर दिया गया।

शाकिर हुसैन चीफ़ एग्जीक्यूटिव ऑफीसर सेंट्रल कमेटी ने कंप्यूटराईज़ड क़ुरा अंदाज़ी के तरीका-ए-कार की तफ़सील बयान की और कहा कि इस तरह की क़ुरा अंदाज़ी में मुकम्मल शफ़्फ़ाफ़ियत है।

इस मौके पर दरख़ास्त गुज़ार मर्द-ओ-ख़वातीन की कसीर तादाद मौजूद थी जिन्हें बड़े स्क्रीनस के ज़रीये क़ुरा अंदाज़ी के नंबर्स दिखाए जा रहे थे।

क़ुरा अंदाज़ी की तक़रीब में कमिशनर अक़लीयती बहबूद जनाब एम ए वहीद, सेक्रेटरी डायरेक्टर उर्दू एकेडेमी प्रोफ़ैसर एस ए शकूर, सदर नशीन रियास्ती वक़्फ़ बोर्ड मौलाना सयद शाह अफ़ज़ल ब्याबानी ख़ुसरो पाशाह, रुकन असेम्बली विरासत रसूल ख़ां, अरकान हज कमेटी महमूद हुसैन, रज़ा हुसैन आज़ाद, शेख़ शरीफ़, मुहम्मद पाशाह, रहमत उल्लाह ख़ां, मलिका बेगम, हबीब उद्दीन के अलावा कांग्रेस क़ाइदीन वाजिद हुसैन कारपोरीटर, एस के अफ़ज़ल उद्दीन, शाहिद पैरां, एम ए वहीद, और दीगर क़ाइदीन मौजूद थे।