आंध्र बैंक और एस्टेट बैंक में ”0” बैलेंस की बुनियाद पर अकाउंट्स

हैदराबाद 23 जुलाई ( सियासत न्यूज़ ) अक़लीयती तलबा को स्कालरशिप के हुसूल में दुशवारीयों को पेशे नज़र रखते हुए रियास्ती अक़लीयती कमीशन ने बैंकर्स और ओहदेदारों के साथ एक वर्कशॉप मुनाक़िद किया जिस में मुख़्तलिफ़ समाजी तंज़ीमों के नुमाइंदों के इलावा अवाम की कसीर तादाद ने शिरकत की ।

सदर नशीन रियास्ती अक़लीयती कमीशन आबिद रसूल ख़ान की सदारत में मुनाक़िदा इस वर्कशॉप में आंध्र बैंक के जनरल मैनेजर के वे कन्नन , स्टेट बैंक आफ़ हैदराबाद के चीफ़ जनरल मैनेजर वेंकटरमन ,डिस्ट्रिक्ट रीवैन्यू ऑफीसर रहीमुद्दीन के इलावा मनीजिंग ऐडीटर रोज़ नाना सियासत जनाब ज़हीरुद्दीन अली ख़ान और साबिक़ सदर नशीन अक़लीयती कमीशन जनाब यूसुफ़ क़ुरैशी ने शिरकत की ।

हैरत की बात तो ये थी कि अक़लीयती स्कालर शिप्स से मुताल्लिक़ इस वर्कशॉप में अक़लीयती फ़ैनान्स कारपोरेशन के किसी ओहदेदार ने शिरकत नहीं की । वर्कशॉप में शरीक तलबा और उन के सरपरस्तों ने शिकायत की कि बैंकों की जानिब से सिफ़र बैलेंन्स पर अकाउंट्स खोलने से इनकार किया जा रहा है । बैंकर्स ने वज़ाहत की कि सॉफ्टवेयर की ख़राबी के सबब बाअज़ ब्रांचस में मसाइल पैदा हुए हैं ताहम उन्हें दूर करलिया जाएगा ।

अक़लीयती तबक़ा से ताल्लुक़ रखने वाले अफ़राद ने शिकायत की कि बैंकों से क़र्ज़ के हुसूल में दुशवारी पेश आरही है और उन की दरख़ास्तों को मुस्तर्द किया जाता है । बैंक के ओहदेदारों ने विज़ाहत की कि दरख़ास्तों को मुस्तर्द करने का इख़तियार बैंक मैनेजर को हासिल नहीं बल्कि तमाम दरख़ास्तें ज़ोनल मैनेजर को रवाना की जाती हैं जो कि इन का जायज़ा लेते हैं । उन्हों ने कहा कि इनकम सर्टीफ़िकेट के बगै़र स्कालरशिप जारी नहीं की जाती ।

बाअज़ स्कूल इंतिज़ामीया स्कालरशिप रास्त तौर पर हासिल करने के बावजूद तलबा से अलहदा फ़ीस हासिल कररहे हैं । जनाब ज़हीरुद्दीन अली ख़ान ने साबिक़ सदर नशीन अक़लीयती कमीशन यूसुफ़ क़ुरैशी की भी सताइश की कि उन के दौरमे कमीशन ने मुस्लिम अक़लीयती तलबा की गिरफ़्तारीयों के मसले पर ग़ैरमामूली कारकर्दगी का मुज़ाहरा किया था ।

बैंक्स के ओहदेदारों ने बताया कि छोटे कारोबार केलिए भी पाँच लाख रुपये तक का क़र्ज़ फ़राहम किया जाता है । उन्हों ने बताया कि हर ज़िला में रूरल सेल्फ इम्पलाइमैंट ट्रेनिंग सैंटर्स क़ायम किए गए हैं जहां बेरोज़गार अफ़राद को मुख़्तलिफ़ कोर्सस में ट्रेनिंग दी जाती है जिस के बाद वो बैंक्स से क़र्ज़ हासिल करसकते हैं ।

अबदुल ग़फ़्फ़ार नामी एक शख़्स ने ऑटो की ख़रीदी केलिए क़र्ज़ जारी ना करने की शिकायत की । फार्मेसी की एक तालिबा ने अक़लीयती फ़ैनानस कारपोरेशन के ओहदेदारों के रवैय्या की शिकायत की।