अपने मौक़िफ़ ( निश्चय) पर क़ायम रहते हुए आल इंडिया टेनिस एसोसीएशन ने आज कहा कि वो लंदन ओलम्पिक़्स के लिए खिलाड़ियों की तरकीब तब्दील नहीं करेगी हालाँकि महेश भूपति ने लेंडर पेस के साथ अपनी जोड़ी को वाज़िह तौर पर मुस्तर्द ( खत्म) कर चुके हैं।
सदर आइटा (AITA) की हैसियत से बिलामुक़ाबला इंतिख़ाब (चयन) के बाद अख़बारी नुमाइंदों ( पत्रकारों) से बात करते हुए अनील खन्ना ने इस जोड़ी के इंतिख़ाब ( चयन) पर स्लेक्शन कमेटी के फ़ैसले का पुरज़ोर दिफ़ा ( पूर्ण रूप से बचाव) किया। भूपति से कुछ ज़्यादा समझदार बनने की अपील करते हुए खन्ना ने इन से क़ौमी ( राष्ट्रीय) मुफ़ाद को तर्जीह (प्रधानता) देने की ख़ाहिश की।
उन्होंने कहा दोनों (भूपति और बोपन्ना) को समझ लेना चाहीए कि क़ौम ( राष्ट्र) एक दूसरे के तईं अहद से कहीं बरतर ( उत्तम) होती है। खन्ना ने कहा कि अगर भूपति को तवक़्क़ो ( उम्मीद) है कि आइटा ( AITA) दबा में आएगी और उन की जोड़ी पेस के साथ नहीं बनाएगी, ऐसा होने वाला नहीं है।
खन्ना ने ज़ोर दिया कि पेस। भूपति जोड़ी ओलम्पिक़्स के लिए बेहतरीन तरकीब है। ये जोड़ी लेंडर और महेश की होनी पड़ेगी। खन्ना ने इस जोड़ी को हिंदूस्तान के लिए बेहतरीन क़रार देते हुए कहा कि तमग़ा ( Medal) जीतने वाली टीम सिर्फ पेस के साथ ही मुम्किन है। ओलम्पिक़्स मुख़्तलिफ़ नौईयत का खेल और किसी ग्रांड सलाम से कहीं सख़्त होता है और जिस तरह का ज़बरदस्त तजुर्बा इस जोड़ी के पास है वो उन्हें नाज़ुक और दबाव के हालात में मदद करेगा।
हमें मेडल विनिंग टीम भेजना पड़ेगा खन्ना ने ये बात कही, और उम्मीद ज़ाहिर की कि भूपति, पेस के साथ जोड़ी बनाने से इत्तिफ़ाक़ (सहमती) करेंगे।