आइन्दा बजट में परेशान एयर इंडिया के लिए ख़ुश ख़बरी मुतवक़्क़े

आइन्दा मर्कज़ी बजट में तवक़्क़ो है कि परेशानी का शिकार एयर इंडिया के लिए कोई ख़ुशख़बरी हो। हुकूमत दस हज़ार करोड़ रुपये के इमदादी पैकेज पर ग़ौर कर रही है, जो एयर इंडिया को दिया जाएगा। जिसमें से 6600 करोड़ रुपय मालियती हिसस भी शामिल होंगे।

तवक़्क़ो है कि मर्कज़ी काबीना इस पैकेज पर अनक़रीब ग़ौर करे, ताकि आम बजट की गुंजाइशों में उसे भी शामिल किया जा सके। सरकारी ज़राए के बमूजब मर्कज़ी काबीना के अरकान में एक तजवीज़ पहले ही से गश्त करवाई जा रही है, ताकि मुख़्तलिफ़ वज़ारतों के तबसिरे हासिल किए जा सकें।

रक़म से महरूम एयरलाईंस इमकान है कि आइन्दा मालीयाती साल के लिए दस हज़ार करोड़ रुपय मालियती पैकेज हासिल करे, जिस में 6600 करोड़ रुपय मालियती हिसस और दीगर इमदाद शामिल होगी। ज़राए के बमूजब ये इक़दाम वुज़रा के एक ग्रुप की, जिसकी क़ियादत मर्कज़ी वज़ीर फ़ीनानस परनब मुकर्जी कर रहे थे, मंज़ूरी हासिल करने के बाद किया गया है। मर्कज़ी वज़ीर फाइनेंस नक़द रक़म से महरूम क़ौमी एयरलाईंस की तंज़ीम जदीद का एक मंसूबा रखते हैं, जिसके तहत उसे 7400 करोड़ रुपये सरकारी तमानीयत याफ्ता बॉन्ड्स जारी करके या दीगर ज़राए से हासिल करने की इजाज़त दी जाएगी।

इम्कान है कि ये बांड जिसके कूपन की क़ीमत 8.9 से 9 फ़ीसद होगी और मालीयाती इदारे जिन्होंने एयर इंडिया को रक़म क़र्ज़ दी है, ये बॉन्ड्स हासिल कर सकेंगे। इस पूरे पैकेज की तजवीज़ एयर इंडिया की मालीयाती तंज़ीम जदीद और इसमें इन्क़िलाबी तब्दीली पैदा करने के एक मंसूबा के हिस्सा के तौर पर पेश की है।

हुकूमत ने जारीया साल 1200 करोड़ रुपये की सरमाया कारी की है, जिससे एयर इंडिया के हिसस 3345 करोड़ रुपय तक पहुंच गए हैं। एयर इंडिया के लिए रक़म का ये हुसूल इंतिहाई बरवक़्त है, जिससे इसके बोइंग 787 तय्यारों की ख़रीदारी में मदद मिलेगी, जिसमें पहले ही काफ़ी ताख़ीर हो चुकी है। इम्कान है कि ये तय्यारे अप्रैल तक फ़िज़ाई बेड़े में शामिल हो जाएंगे। सरकारी आदाद-ओ-शुमार से ज़ाहिर होता है कि क़र्ज़ के बोझ से दबी हुई एयरलाईंस के क़र्ज़ा जात और अदायगीयाँ 67,520 करोड़ रुपये तक पहुंच चुकी हैं, जिनमें से 21,200 करोड़ रुपय क़र्ज़ की असल रक़म और 22,000 करोड़ रुपये तवील मुद्दती क़र्ज़ शामिल हैं, जो तय्यारों की ख़रीदारी के लिए दिए गए थे।

4600 करोड़ रुपये बकाया जात की अदायगी के लिए हैं, जो 20,320 करोड़ रुपये हो चुकी हैं। बैंकों और मालीयाती इदारों ने एयर इंडिया की नक़द मालियत में इज़ाफ़ा करने के मक़सद से कई तजावीज़ वुज़रा के ग्रुप को पेश की थीं, जिनमें से चंद मंज़ूर कर ली गई हैं।