आइन्दा माली साल में शरह तरक़्क़ी 6 फ़ीसद होने की तवक़्क़ो :मोंटेक सिंह अहलूवालिया

बड़े पैमाने की मआशी सूरत-ए-हाल में बेहतरी से पुरजोश नायाब सदर नशीन मंसूबा बंदी कमीशन मोंटेक सिंह अहलूवालिया ने कहा कि हिन्दुस्तान आइन्दा माली साल में 6 फ़ीसद मआशी शरह तरक़्क़ी और जारीया माली साल के निस्फ़ आख़िर में निस्फ़ अव्वल की बनिसबत बेहतर शरह तरक़्क़ी हासिल कर सकता है।

मोंटेक सिंह अहलूवालिया के ये तबसरे जुलाई ता सितंबर दूसरी सहि माही की इजतिमाई अंदरून-ए-मुल्क पैदावार के आदाश-ओ-शुमार हुकूमत की जानिब से जारी करने से क़ब्ल मंज़रे आम पर आएं हैं। गुज़िशता 10साल में गुज़िशता माली साल के दौरान पहली बार हिन्दुस्तान की शरह तरक़्क़ी पस्त तरीन सतह यानी 5 फ़ीसद रही।

गुज़िशता माली साल की इसी सहि माही अप्रैल ता जून में शरह तरक़्क़ी 5.4 फ़ीसद थी। उन्होंने कहा कि आम इंतेख़ाबात से मरबूत सियासी ग़ैर यक़ीनी सूरत-ए-हाल आइन्दा साल तक ख़त्म हो जाएगी। उसकी वजह से मआशी शरह तरक़्क़ी भी बेहतर होने की तवक़्क़ो है।