आइपीएल: सट्टेबाजी में जमशेदपुर भी पीछे नहीं

जमशेदपुरः 17 अप्रैल :: आइपीएल मैंच में जमशेदपुर में सट्टाबाजार के एक बड़े मामले का जिला पुलिस ने खुलासा किया है. सिटी एसपी कार्तिक एस के हिदायत पर सीतारामडेरा पुलिस ने पटेलनगर में छापामारी कर सट्टा लगा रहे आशुतोष भौमिक को गिरफ्तार किया है।

पुलिस ने मंगल की शाम को छापामारी की। पुलिस ने उसके पास से 1.50 लाख रुपये समेत पांच मोबाइल फोन, आइपीएल सीट तथा बिल बेस की बुक बरामद की है। पुलिस ताफ्सिश कर रही है। देर रात तक मामला दर्ज करने की अमल जारी थी।

आशुतोष अपने दोस्तों के बीच ही सट्टेबाजी करता था। पुलिस उसके दोस्तों की तलाश में जुट गयी है। उसने पुलिस को बताया कि सिदगोड़ा, साकची बाजार तथा सीतारामडेरा में वह दोस्तों के बीच ही सट्टा लगाता है।
स्कूल-कॉलेज के तालिबे एल्म भी शामिल।

‘सेशन एक रुपये का है’, ‘मैंने चव्वनी खा ली है’, ‘डिब्बे की आवाज कितनी है’, ‘तेरे पास कितनी लाइन है’, ‘आज फेवरिट कौन है’, ‘लाइन को लंबी पारी चाहिए’, ‘भिखारी का नहीं खायेंगे’… वैसे तो ये चंद उटपटांग शब्द लग रहे हैं, लेकिन इनके पीछे करोड़ों का लेनदेन छिपा है।

बात हो रही है आइपीएल पर सट्टा बाजार की। पूरे मुल्क में करोड़ों का सट्टा बाजार चल रहा है। जमशेदपुर भी इसमें पीछे नहीं है। सटोरियों की मानें तो सट्टे के खेल में इस बार स्कूल-कॉलेज के तालिबे इल्म ज्यादा शामिल हो रहे हैं। मुकम्मिल नेटवर्क जदीद मुआस्लाती निज़ाम लैपटॉप, मोबाइल, वाइस रिकॉर्डर वगैरह पर चल रहा है। इतनी एहतियात बरती जा रही है कि सटोरिये अपने रेगुलर फोन की बजाय नये नंबरों से बात कर रहे हैं। आइपीएल के दौरान मोबाइल और नये सिम कार्ड भी लिये गये हैं। सट्टे के खेल में वैसे सटोरियों को तरज़ीह दी जा रही है, जो फौरी तौर पर पेमेंट कर रहे हैं। जो बकाया कर लेते हैं या देने में कंजूसी करते हैं, उन्हें भिखारी के नाम से पहचाना जाता है।