आईएम दहशतगर्द तंज़ीम नही है: खुर्शीद अहमद का दावा

पणजी: ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटि की अक्लियती सेल के सदर खुर्शीद अहमद सैयद ने ममनूआ तंज़ीम इंडियन मुजाहिदीन (आईएम) को एक ज़ातीय तंज़ीम करार देते हुए कहा है कि इसके रुकन दहशतगर्द नहीं हैं। जबकि हिंदुस्तान और अमेरिका की हुकूमत के लिए आईएम एक ममनूआ दहशतगर्द तंज़ीम है।

उनके इस बयान पर बवाल खडा हो गया है। कई सियासी तंज़ीमो ने सैयद के इस मुतनाज़ा बयान की सख्त मुज़म्मत की है। बीजेपी ने ऐतराज़ जताते हुए कहा कि सैयद भी क्या इंडियन मुजाहिदीन से मिले हुए है, जो ऐसे बकवास करने में लगे हुए है। जबकि, इस तंज़ीम ने हिंदुस्तान में कई बार बम धमाके किए है।

सैयद ने बुध के रोज़ गोवा कांग्रेस हेडक़्वार्टर में नामानिगारों से खिताब करते हुए कहा कि हो सकता है कि मुल्क के दूसरे हिस्सों में मुस्लिम दहशतगर्द हों, लेकिन हिंदुस्तानी नस्ल के मुसलमान कभी दहशतगर्दाना सरगर्मियों में मुलव्वस नहीं रहे।

उन्होंने कहा कि, देखिए, जहां तक हिंदुस्तानी दहशतगर्दों का सवाल है, तो हो सकता है कि उनका वजूद दूसरे मुल्क में हो। मैं इस बारे में बहुत साफ व मुतमईन हूं कि वे यहां हिंदुस्तान में नहीं हैं।

सैयद गुजरात से कांग्रेस रुकन हैं। उन्होंने यह भी कहा कि हिंदुस्तानी मुसलमानों में इंतेहापसंद नहीं हैं। पुणे (2010), वाराणसी (2010) और मुंबई के सीरीयल (2011) धमाको समेत दूसरे धमाको में आईएम के मुलव्वुस होने के बारे में पूछे जाने पर सैयद ने कहा कि, मुल्क में शायद ऐसे कुछ तंज़ीम हों, जो अनर्गल बातें कर रहे हों लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि वे दहशतगर्द हैं।

काबिल ए ज़िक्र है कि आईएम को कांग्रेस की कियादत वाली तरक्की पसंद इत्तेहाद (यूपीए) हुकूमत ने 2010 में दहशतगर्द तंज़ीम ऐलान कर दिया था।