हैदराबाद 01 अगस्त: रियासती अक़लियती कमीशन बराए तेलंगाना-ओ-आंध्र प्रदेश की तरफ से नौजवानों में आईएसआईएस की लानत के ख़िलाफ़ शऊर बेदार करने आइन्दा हफ़्ते एक सेमीनार मुनाक़िद किया जा रहा है। इस सेमीनार में सोश्यल मीडिया के ज़रीये आईएसआईएस की सरगर्मीयों का हिस्सा बनने के असरात को उजागर किया जाएगा।
कमीशन के सदर नशीन आबिद रसूल ख़ान ने कहा कि ये सेमीनार 5 या 6 अगस्त को मुनाक़िद किया जाएगा। इस में अहम मुस्लिम क़ाइदीन मज़हबी शख़्सियतें पुलिस ओहदेदार माहिरीन क़ानून और सोश्यल मीडिया कंपनीयों के नुमाइंदों को मदऊ किया जा रहा है। आबिद रसूल ख़ान ने कहा कि ये बहुत अहम सेशन होगा और हम इंटेलिजेंस निगरानी से मुताल्लिक़ ओहदेदारों बिशमोल गूगल और फेसबुक के नुमाइंदों को भी मदऊ कर रहे हैं।
उन्होंने पीटीआई को बताया कि हम मज़हबी उलमा क़ाइदीन मीडिया शख़्सियतों और इदारों के ज़िम्मेदारान जैसे उर्दू अख़बारात कॉलेज प्रिंसिपलस जेएनटीयू और उस्मानिया यूनीवर्सिटी के वाइस चांसलर्स और तमाम सियासी जमातों के क़ाइदीन को मदऊ कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस सेमीनार का मक़सद ये जायज़ा लेना है कि आईएसआईएस किस तरह नौजवानों को मुतास्सिर कर रही है और किस तरह नौजवानों को मख़सूस वेब साईट्स के ज़रीये गुमराह किया जा रहा है। उन्हें इस बात से वाक़िफ़ करवाना है कि एसी सरगर्मीयों पर किया मुक़द्दमात दर्ज हो सकते हैं और क्या सज़ाएं मिल सकती हैं।