150 किमी की तेज रफ्तार गेंदबाजी करने वाले इस मुस्लिम गेंदबाज को बड़े मैच में हैदराबाद ने पहली बार खेलाया, कर दिया कमाल!

आईपीएल 2018 के दूसरे क्वालीफायर मुकाबले में कोलकाता के प्रतिष्ठित इडेन गार्डंस स्टेडियम पर सनराइजर्स हैदराबाद और कोलकाता नाइट राइडर्स की टीमें आमने-सामने थीं।
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दोनों ही टीमों के लिए ये इस सीजन का सबसे अहम मुकाबला था क्योंकि यहीं से सीधे फाइनल का टिकट मिलना था जो हैदराबाद ने हासिल कर लिया।

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ऐसे दबाव वाले मैच में किसी कप्तान का अचानक अहम फैसला लेना बहुत बड़ी बात होती है और सनराइजर्स के कप्तान केन विलियम्सन ने ऐसा ही एक फैसला लिया।
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सनराइजर्स हैदराबाद के कप्तान केन विलियम्सन और उनके कोच टॉम मूडी ने इस मैच में 20 साल के तेज गेंदबाज खलील अहमद को पहली बार मौका देने का फैसला किया और इसी के साथ 6 साल बाद किसी खिलाड़ी ने आईपीएल प्लेऑफ में अपने आईपीएल करियर की शुरुआत की।

बड़े मैच में किसी युवा खिलाड़ी को अचानक डेब्यू कराना कम ही देखने को मिलता है और यही वजह है कि ये नजारा 6 साल बाद देखने को मिला है। इससे पहले दिल्ली डेयरडेविल्स ने आईपीएल 2012 के दूसरे क्वालीफायर मैच में सनी गुप्ता को डेब्यू का मौका दिया था।

जबकि उससे पहले आईपीएल 2010 में तीसरे स्थान के प्लेऑफ मुकाबले में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने नयन दोषी को डेब्यू करने का मौका दिया था। ये मौका आईपीएल में सिर्फ तीन बार आया है इससे पता चल जाता है कि कोई भी टीम प्लेऑफ जैसे अहम मौके में इतना बड़ा प्रयोग करने से बचती है।

हालांकि खलील अपने इस पहले मैच में कुछ खास नहीं कर सके और उन्होंने 4 ओवर में बिना कोई विकेट हासिल किए 38 रन लुटाए लेकिन उम्मीद है कि अनुभव के साथ ये गेंदबाज आगे बढ़ता नजर आए।
खलील अहमद राजस्थान के टोंक से हैं और भारतीय अंडर-19 क्रिकेट टीम से खेलते हुए पहली बार चर्चा में आए थे।

अब तक इस खिलाड़ी ने सिर्फ 2 प्रथम श्रेणी क्रिकेट मैच खेले हैं। भारत की अंडर-19 टीम के कोच राहुल द्रविड़ भी इस गेंदबाज की तारीफ कर चुके हैं।

खलील को आईपीएल 2018 की नीलामी में 3 करोड़ रुपये में खरीदा गया था जबकि उनका बेस प्राइज 20 लाख रुपये था। उन्हें खरीदने के लिए दिल्ली, पंजाब और हैदराबाद के बीच नीलामी में जमकर जंग हुई थी लेकिन अंत में हैदराबाद ने उन्हें अपनी टीम में शामिल कर ही लिया।