आई आर पर बात नहीं बनी

रियासत के सरकारी मुलाज़िमीन को उबूरी राहत फ़राहम करने के मसले पर रियासती हुकूमत और मुख़्तलिफ़ मुलाज़िमीन यूनीयन क़ाइदीन की चार घंटे तवील बातचीत किसी नतीजे के बगै़र ख़त्म होगई।

जनवरी को 11:30 बजे दिन चीफ़ मिनिस्टर एन किरण कुमार रेड्डी की सदारत में कैंप ऑफ़िस पर मीटिंग तलब करने का फ़ैसला किया गया।

सरकारी मुलाज़िमीन यूनीयन क़ाइदीन अपने मुलाज़िमीन के लिए कम से कम 30 फ़ीसद उबूरी राहत फ़राहम करने के मुतालिबा पर अटल हैं जबकि हुकूमत ने 22 फ़ीसद उबूरी राहत फ़राहम करने के अपने मौक़िफ़ पर अटल दिखाई दे रही है।

ए राम नारायण रेड्डी की ज़ेरे सदारत डॉक्टर पी के मोहंती चीफ़ सेक्रेटरी, डॉक्टर बीवी रमेश प्रिंसिपल सेक्रेटरी महिकमा फाइनैंस की मौजूदगी में मुलाज़िमीन यूनीयन क़ाइदीन अशोक बाबू, मुरली कृष्णा, देवी प्रसाद, नरेंद्र राव‌, जी श्रीनिवास गौड़, वेंकट रेड्डी और दुसरे क़ाइदीन के साथ मुनाक़िदा मीटिंग में रियासती हुकूमत की तरफ से मुलाज़िमीन के लिए 17 फ़ीसद उबूरी राहत फ़राहम करने का इज़हार किया गया जबकि सरकारी मुलाज़िमीन यूनीयन क़ाइदीन ने बैक आवाज़ कम से कम 35 फ़ीसद उबूरी राहत का मुतालिबा किया।

लेकिन हुकूमत यानी वज़ीर फाइनैंस ए राम नारायण रेड्डी ने मुलाज़िमीन यूनीयन क़ाइदीन को रियासत के माली मौक़िफ़ से वाक़िफ़ करवाते हुए 50 फ़ीसद उबूरी राहत के मुतालिबा को नामुमकिन क़रार दिया और 17 फ़ीसद उबूरी राहत को क़बूल कर लेने की ख़ाहिश की।

बावसूक़ ज़राए ने ये बात बताई और कहा कि मुलाज़िमीन यूनीयन क़ाइदीन ने रोज़ बरोज़ गिरानी में इज़ाफ़ा और मुलाज़िमीन को दरपेश मसाइल की रोशनी में कम से कम 50 फ़ीसद उबूरी राहत का मुतालिबा किया।

लेकिन हुकूमत ने इस मुतालिबे को क़बूल करने से इनकार किया। इसी दौरान हुकूमत ने अपने मौक़िफ़ में हल्की तबदीली लाते हुए 20 फ़ीसद उबूरी राहत की फ़राहमी का इज़हार किया जिस पर मुलाज़िमीन यूनीयन क़ाइदीन ने भी अपना मौक़िफ़ तबदील करके 35 फ़ीसद उबूरी राहत का मुतालिबा किया। इस सूरते हाल को देखते हुए दौरान बातचीत वज़ीर फाइनैंस ए राम नारायण रेड्डी ने चीफ़ मिनिस्टर से रब्त पैदा करके हालात से वाक़िफ़ करवाया और बताया कि मुलाज़िमीन यूनीयन क़ाइदीन अपना सख़्त मौक़िफ़ इख़तियार किए हुए हैं।