आई ए एस , आई पी एस , आई एफ़ ओ ओहदेदारों की मीयाद दो साल मुक़र्रर

3 कलीदी ख़िदमात आई ए एस, आई पी एस और आई एफ़ ओ की तैनाती की अक़ल्ल तरीन मुद्दत दो साल होगी। नए क़वाइद का मक़सद सियासी दख़ल अंदाज़ी पर क़ाबू पाना है। दो साला मीयाद की तकमील से क़बल तबादलों और तैनाती का फ़ैसला सियोल सर्विसस बोर्ड करेगा जो नए क़वाइद के तहत रियासती हुकूमतें तशकील देंगी।

मर्कज़ी हुकूमत के महिकमा पर्सोनल-ओ-तर्बीयत ने नए क़वाइद तमाम रियासतों को रवाना कर दिए हैं। अगर किसी ओहदेदार का तक़र्रुर किया जाता है तो वो कम अज़ कम दो साल इस पर फ़ाइज़ रहेगा। सिर्फ़ तरक़्क़ी, ख़िदमात से सुबुक़्दोशी या किसी रियासत को आरिज़ी तौर पर उसकी ख़िदमात की हवालगी की सूरत में उसे मीयाद की तकमील से पहले हटाया जाएगा।