हुकूमत ने आज ब्यान देते हुए कहा कि इस साल आई पी एल सीज़न के दौरान सेक्यूरिटी की फ़राहमी नहीं की जा सकेगी क्यों कि आई पी एल की तारीखें आम इंतिख़ाबात की तारीखों से टकरा रही हैं।
वज़ीर दाख़िला सुशील कुमार शिंदे ने अख़बारी नुमाइंदों से बात करते हुए कहा कि हम ने बी सी सी आई को वाज़िह करदिया है कि इस सीज़न में आई पी एल को सेक्यूरिटी फ़राहम करने से हुकूमत मजबूर रहेगी। फौज का इस्तिमाल लोक सभा इंतिख़ाबात के लिए किया जाएगा। लिहाज़ा आई पी एल के लिए सेक्यूरिटी फ़राहम करना मुम्किन नहीं होगा।
वैसे भी मुल्क के लिए आई पी एल से ज़्यादा आम इंतिख़ाबात अहम हैं। ज़राए ने मज़ीद बताया कि हुकूमत ने बी सी सी आई को ये भी वाज़िह करदिया है कि T20 टूर्नामेंट के लिए भी सेक्यूरिटी की फ़राहमी आम इंतिख़ाबात के बाद की जा सकती है जो अप्रेल के शुरु में शुरू होकर मई के बीच में खत्म होंगे जबकि आई पी एल मैच का होना 9 अप्रेल ता 3 जून होगा।
भूनेश्वर में 28 फ़रवरी को अपनी वर्किंग कमेटी के इजलास में बी सी सी आई ने एक ऐसी हिक्मत-ए-अमली पर तबादला ख़्याल किया जिसके ज़रिया आई पी एल के सातवें सीज़न का ज़्यादा तर हिस्सा हिंदुस्तान में ही किया जा सके जैसा कि फ़रांचाइज़स की ख़ाहिश है बशर्ते कि आम इंतिख़ाबात के बाद वोटों की गिनती 15 मई तक खत्म होजाए।