नागर करनूल19 नवंबर: चुनाव मुहिम के दौरान किए गए वादे में शामिल रियासत तेलंगाना के अइम्मा मोज़नीन को हुकूमत की तरफ से तनख़्वाह फ़राहम करने चीफ़ मिनिस्टर के चन्द्रशेखर राव के वादे पर हुकूमत की तशकील के 17 माह बाद भी अदम अमल आवरी के सबब अइम्मा-ओ-मोज़नीन में काफ़ी तशवीश पाई जा रही है।
इन ख़्यालात का इज़हार तंज़ीम अइम्मा-ओ-मोज़नीन नागर करनूल के ज़िम्मेदारान मौलाना अल्हाज मुहम्मद अबदुलहक़ नक़्शबंदी निज़ामी, मौलवी अल्हाज शेख़ याक़ूब बिन उसमान बावज़ीर नक़्शबंदी उल-क़ादरी, मौलाना हाफ़िज़ शाकिर पाशाह नक़्शबंदी उल-क़ादरी , मौलाना हाफ़िज़ अबदालमनीब निज़ामी ने किया।
अख़बारी नुमाइंदों को जारी करदा अपने बयान में कहा कि रियासत आंध्र प्रदेश के चुनाव मुहिम के दौरान किए गए वादे के मुताबिक़ चीफ़ मिनिस्टर आंध्र प्रदेश एन चंद्रबाबू नायडू ने उनकी रियासत के अइम्मा को 5000/ और मोज़नीन को 3000/- रुपये बतौर मुशाहिरा फ़राहम करने की मंज़ूरी दे दी है और पड़ोसी रियासत कर्नाटक हुकूमत ने भी अपने वादे को पूरा करते हुए अइम्मा-ओ- मोज़नीन को माहाना एक भारी रक़म बतौर मुशाहिरा जारी कर रही है।
जबकि रियासत तेलंगाना में इस साल रमज़ान उल-मुबारक के मुक़द्दस माह में मुसलमानों को ख़ुश करने के लिए अइम्मा-ओ- मोज़नीन के मशाहरों की इजराई की एक हलचल पैदा करते हुए बाद ईद-उल-फ़ित्र के हुकूमत ने इस मुआमले में फिर से ख़ामोशी इख़तियार करली।