आगरा के ज़िलई ओहदेदारों ने बी जे पी के काश्तकारों के जलसे की इजाज़त मंसूख़ करदी है जो पार्टी क़ाइदीन एल के आडवाणी और वरूण गांधी की ज़ेरे क़ियादत मुक़र्रर था। हुकूमत ने कहा कि इस जुलूस और जलसे से नज़म-ओ-ज़बत की सूरत-ए-हाल मुतास्सिर हो सकती है।
बी जे पी ज़राए के बमूजब कई हफ़्ते क़बल फ़तह पुर सीकरी में किसान सौ अभीमान जुलूस और जलसे की उसे तहरीरी इजाज़त हासिल होचुकी थी लेकिन पुलिस और इंतेज़ामीया के ओहदेदारों ने कल रात इत्तेला दी कि नज़म-ओ-ज़बत के मसाइल के ख़ौफ़ से इजाज़त मंसूख़ करदी गई है।
पार्टी ने कहा कि इस जुलूस और जलसे का कोई सियासी मौज़ूं नहीं है ये किसानों का जलसा है और इजाज़त की तंसीख़ जम्हूरीयत और आज़ादी तक़रीर को कुचलने के मुतरादिफ़ है। जिस इलाक़े में जुलूस और जल मुक़र्रर था वहां पर अक़ल्लीयती आबादी एक फ़ीसद से भी कम है और ये फ़सादज़दा मुज़फ़्फ़र नगर से 200 किलो मीटर के फ़ासिला पर है।