बीजेपी के सीनीयर लीडर और नरेन्द्र मोदी के करीबी अमित शाह के भड़काऊ तकरीर की चारो तरफ तन्कीद की जा रही है । शाह ने आजमगढ को दहशगर्दों का अड्डा करार दिया है। इसके बाद उनकी तन्कीद की जा रही है।
कांग्रेस समेत कई सियासी पार्टियों ने अमित शाह के आजमगढ को दहशतगर्दों का गढ कहने पर ऐतराज़ जताया है और इलेक्शन कमीशन से कार्रवाई की मांग की है। कांग्रेस लीडर दिग्विजय सिंह ने टि्वटर पर लिखा है कि मैं आजमगढ के बारे में अमित शाह के बयान की मुज़म्मत करता हूं। इलेक्शन कलीशन को कार्रवाई करनी चाहिए। वहीं, समाजवादी पार्टी ने भी इलेक्शन कमीशन से उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
गौरतलब है कि अमित शाह ने इतवार के रोज़ आजमगढ लोकसभा सीट से पार्टी उम्मीदवार रमाकांत यादव की ताइद में मुनाकिद एक इंतेखाबी आवामी इजलास से खिताब करते हुए कहा था कि आजमगढ दहशतगर्दों का ठिकाना है, इसलिए कि सपा सरकार उनको छोडने की पैरवी कर रही है।
उन्होंने कहा कि यूपी में हुकूमत का कोई डर नहीं है। गुजरात बम धमाके के मुल्ज़िम भी आजमगढ के थे, जिन्हें वज़ीर ए दाखिला रहते हुए हमने गिरफ्तार करवाया।
तब से आज तक गुजरात में कोई दहशतगर्दाना वाकिया नहीं हुआ। अमित शाह के इस तब्सिरे पर तीखा हमला करते हुए सपा लीडर सीपी राय ने कहा है कि इलेक्शन कमीशन को उनके इस तब्सिरे का इल्म यानी नोटीस लेकर मुनासिब कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अमित शाह के तब्सिरे आजमगढ की ज़मीन की तौहीन है।