शिया मज़हब के रहनुमा कल्बे जव्वाद ने अक्लीयती बहबूद के वज़ीर मो. आजम खां के ‘मज़हबी रहनुमा नहीं बैनुल अक्वामी सतह के दहशतगर्द हैं’ वाले बयान पर करारा पलटवार किया है। मौलाना जव्वाद ने कहा, आजम खां अपना जहनी तवाज़ुन खो बैठे हैं।
वहीं मौलाना की अगुवाई में शिया व सुन्नी उलमा ने मंगल के रोज़ दिल्ली में सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव से मुलाकात की और आजम खां के बयानों पर नाराजगी जताई। मौलाना जव्वाद ने कहा, सपा हुकूमत में अपनी किरकिरी से आजम खां बौखला गए हैं और उलटे सीधे बयान जारी कर अपने को बनाए रखना चाहते हैं।
मौलाना ने कहा कि उनके बकवास से आवाम में गुस्सा दिन ब दिन बढ़ रहा है। आजम चाहते हैं कि रियासत के हालात और खराब हों लेकिन हम ऐसा नहीं होने देंगे।
आजम खां के ‘दूरबीन लगाने पर भी नजर नहीं आएंगे’ वाले बयान पर मौलाना जव्वाद ने कहा कि 23 अगस्त को लखनऊ में महारैली में आजम को शिया मआशरे की ताकत का एहसास हो जाएगा।
उन्होंने कहा, इस महारैली में रियासत भर के शिया फिर्के के लोग जमा होंगे और अपने मसले व मांगों को रियासती हुकूमत तक पहुंचाएंगे। शिया मज़हब के रहनुमा मौलाना कल्बे जव्वाद की कियादत में शिया व सुन्नी उलमा ने दिल्ली में सपा मुखिया से मुलाकात की। इस दौरान ऑल इंडिया सुन्नी मिल्ली काउंसिल के हाजी मोहम्मद सलीस व शहर काजी अबुल इरफान मियां फरंगी ने मुलायम सिंह यादव से कहा कि आजम वक्फ के मामले को लेकर दो फिर्को में बवाल करवाना चाहते हैं।
वे रोजाना गलतबयानी कर रियासत का माहौल बिगाड़ना चाह रहे हैं। उन्हें बर्खास्त किया जाए। इस दौरान मौलाना कल्बे जव्वाद ने कहा कि शिया वक्फ के मामले सुन्नी वक्फ बोर्ड से पूरी तरह अलग हैं।
शिया वक्फ बोर्ड का इलेक्शन मुंसिफाना और ईमानदारी से कराया जाए, वक्फ के कुसूरवारों को सजा दी जाए। मजहबी रहनुमा ने दिगर मांगें भी रखीं। मुलायम सिंह ने शिया व सुन्नी के रहनुमाओ को यकीन दिया कि इस मामले पर रियासत की हुकूमत संजीदगी से गौर कर कार्रवाई करेगी।