आजम खां की ललकार इलेक्शन कमीशन सियासत का खुदा नहीं

इलेक्शन कमीशन की पाबंदियों में घिरे उत्तर प्रदेश के कद्दावर वज़ीर आजम खां ने जुमेरात के रोज़ एक बार फिर इलेक्शन कमीशन को ललकारते हुए चैलेंज दे दिया | आज़म ने कहा कि इलेक्शन कमीशन खुद को सियासत का खुदा न समझे | जो भी चाहे कर ले, कोई कसर न छोड़े, मेरी असेम्बली की रुकनियत भी रद्द कर दे, लेकिन मुझे उसका रहम नहीं चाहिए |

जुमेरात को पार्टी के दफ्तर पर मीडिया से मुखातिब आजम खां ने कहा कि इलेक्शन कमीशन हम पर जितने जुल्म कर सकता है, कर ले और अगर कोई और सजा बची है तो उसे भी हमें दे दे | हम पर कोई रियायत न करे | उसे पावर है तो हमारी रुकनियत भी खत्म कर दे |

उन्होंने इल्ज़ाम लगाते हुए कहा कि बेनी प्रसाद वर्मा, अजित सिंह , लालू प्रसाद यादव और ममता बनर्जी ने बहुत कुछ बोला | नरेंद्र मोदी ने शहीद की वालिदा का दिल दुखाया, लेकिन किसी पर कोई पाबंदी नहीं लगाई गई | इलेक्शन कमीशन ने हमें जो नोटिस दिया था, हमने वक्त रहते जवाब दिया, लेकिन उस पर गौर किए बगैर हमारा नाम और मजहब देखकर हमें सजा सुना दी, हमारी आवाज बंद कर दी गई | आईनी इदारे ऐसा करेंगी तो मुल्क कैसे चलेगा |