अनगड़ा में गिरफ्तार पीएलएफआइ के पांच नक्सलियों ने पुलिस के सामने जो बयान दिए हैं, अगर उनकी बात सही है तो आजसू के लीडरों को मुहतात रहना होगा। पीएलएफआइ के उग्रवादी तीन मार्च को अनगड़ा पुलिस के हत्थे चढ़े थे। इसमें संजय पातर मुंडा, दिलीप बेदिया, चितमोहन उर्फ बंटी मुंडा, महावीर और प्रकाश मुंडा शामिल हैं। संजय पातर ने पुलिस को बताया है कि उसके तंजीम ने आजसू के लीडरों को हिटलिस्ट में रखा है।
इसी सिलसिले में वह आजसू सरबराह सुदेश महतो के गांव भी पहुंचा था। महतो को जेड जमरे की सेक्यूरिटी मिली है। जरूरत पड़ने पर काफिले में इजाफ़ी पुलिस तैनात किए जा सकते हैं। संजय पातर ने आजसू के कई लीडरों के नाम लिए हैं जिन्हें निशाने पर रखा गया है।
देही एसपी सुरेंद्र कुमार झा का कहना है कि उन्होंने जब नक्सलियों से पूछताछ की थी तब किसी दल का नाम नहीं लिया था।
आजसू का नाम लिया है नक्सलियों ने : एसएसपी प्रभात कुमार का कहना है कि अनगड़ा में गिरफ्तार नक्सलियों ने आजसू पार्टी का नाम लिया है न कि दल के सरबराह सुदेश महतो का। उन्होंने कहा कि गिरफ्तार नक्सलियों को रिमांड पर लेकर नए सिरे से पूछताछ होगी।