हैदराबाद ।०१। मई : ( सियासत न्यूज़ ) । बेहंगम ट्रैफ़िक तरक़्क़ीयाती कामों के नाम पर की जा रही खुदवाई और ज़ेर तकमील प्रोजेक्टस में ताख़ीर पुराने शहर की अवाम की परेशानीयों में इज़ाफ़ा का सबब बनी हुई है।अवामी नुमाइंदों की जानिब से तरक़्क़ीयाती प्रोजेक्टस की संग बुनियाद रखने में जलदबाज़ी तो की जाती है मगर अमली मैदान परमज़कूरा प्रोजेक्टस की तकमील में नुमाइंदगियों का फ़ुक़दान मुक़ामी अवाम और राहरओओं के लिए वबाल-ए-जान बना हुआ है।
पुराने और नए शहर के दरमयान राबिता की कड़ीआज़म पूरा रेलवे बुरज की तौसीअ पराजकटस का हाल कुछ इस तरह का है जहां से रोज़ो शब हज़ारों लोग गुज़रते हैं मसरूफ़ तरीन औक़ात में बुरज का हाल देखने पर अंदाज़ा होता है कि बुरज की तौसीअ ज़रूरी है आज़म पूरा रेलवे बुरज प्रोजेक्ट जिस का आग़ाज़ संग-ए-बुनियाद की तख़्ती के मुताबिक़ 12जुलाई साल 2011को हुआ मगर तक़रीबन एक साल का अर्सा गुज़र जाने के बावजूद प्रोजेक्ट की तकमील के आसार दूर दूर तक दिखाई नहीं दे रहे हैं ।
आज़म पूरा रेलवे बुरज तौसीअ प्रोजेक्ट के बिशमोल पुराने शहर में जारी तरक़्क़ीयाती दीगर प्रोजेक्टस की तकमील में मुताल्लिक़ा महिकमा और हुकूमत का संजीदा रवैय्या हमें नज़र नहीं आ रहा है ।आ अज़म पूरा रेलवे बुरज तौसीअ प्रोजेक्ट में ताख़ीरके सबब मुक़ामी और ग़ैर मुक़ामी राहुरओं को काफ़ी मुश्किलात का सामना करना पड़ रहा है ।
आअज़म पूरा रेलवे बुरज तौसीअ प्रोजेक्ट की आजलाना तकमील मुक़ामी और ग़ैरमुक़ामी अफ़राद को दरपेश ट्रैफ़िक मसले का हल साबित होगी।