आजमीन-ए-हज का दूसरा जत्था पीर की सुबह पांच बजे रियासत हज कमेटी भवन से गया के लिए रवाना हुआ। उनके लिए गया से दो उड़ानें थीं। दोपहर 1:30 बजे पहली फ्लाइट से 129 हज मुसाफिर रवाना हुए, लेकिन दोपहर 3:45 बजे जानेवाला जहाज़ नहीं आया। इससे 129 आजमीने हज को बोधगया के होटलों में ठहराया गया है। आजमीने हज के नोडल ओहदेदार नौशाद अहमद ने बताया कि उन्हें मंगल को दूसरे जहाज से भेजा जायेगा।
17 सितंबर को तीसरा जत्था : 17 सितंबर की रात 10 बजे पांच बसों से आजमीन-ए-हज का तीसरा जत्था गया के लिए रवाना होगा। इनके खाने-पीने की इंतिज़ाम एयरपोर्ट पर ही की गयी है। 18 सितंबर की सुबह पहली फ्लाइट साढ़े नौ बजे है, जिससे 127 आजमीने हज रवाना होंगे।
दूसरी फ्लाइट 11:30 बजे है, जिससे 128 मुसाफिर जायेंगे। हाजियों के रहने के लिए बड़ा पंडाल, मेडिकल कैंप, हमाम घर, नवाजखाना, मधुखाना वगैरह की इंतेजाम की गयी है। इसकी जानकारी बिहार रियासत हज कमेटी के ओहदेदार मो नवाब ने दी।