हैदराबाद 22 मार्च: डिप्टी चीफ़ मिनिस्टर तेलंगाना मुहम्मद महमूद अली मंगल 22 मार्च हज हाउस नामपली में रियासत तेलंगाना के आज़मीन के इंतेख़ाब के लिए क़ुरआ अंदाज़ी का इफ़्तिताह अंजाम देंगे।
इस तक़रीब में अरकाने पार्लियामेंट अरकान कौंसिल-ओ-अरकाने असेंबली के अलावा आला ओहदेदार शिरकत करेंगे। प्रोफेसर एस ए शकूर स्पेशल ऑफीसर तेलंगाना स्टेट हज कमेटी ने बताया कि रियासती हज कमेटी ने क़ुरआ अंदाज़ी के लिए तमाम इंतेज़ामात मुकम्मिल करलिए हैं।
उन्होंने बताया कि हज 2016 के लिए तेलंगाना से जुमला 17423 दरख़ास्तें वसूल हुई जिनमें से दो महफ़ूज़ ज़मरों के तहत 2204 आज़मीन का क़ुरआ के बग़ैर रास्त इंतेख़ाब अमल में आचुका है जबकि तेलंगाना का कोटा 2532 है। महफ़ूज़ ज़मरों के आज़मीन के बाद जो नशिस्तें बाक़ी रह जाती हैं उन के लिए क़ुरआ होगा और वेटिंग लिस्ट के लिए भी क़ुरआ अंदाज़ी अमल में आएगी।
उन्होंने बताया कि रियासत आंध्र प्रदेश के आज़मीने हज्ज के इंतेख़ाब के लिए उसी दिन हज हाउस के अहाते में ही 3:00 बजे क़ुरआ अंदाज़ी होगी। वज़ीर-ए-क़लीयाती बहबूद पले रघूनाथ क़ुरआ अंदाज़ी का इफ़्तेताह करेंगे। आंध्र प्रदेश का कोटा 2052 है और वहां महफ़ूज़ ज़मरों के आज़मीन की तादाद 193 है।
पिछ्ले साल तेलंगाना से 2969 हुज्जाज किराम और आंध्र प्रदेश से 2404 हुज्जाम किराम फ़रीज़ा हज की अदायगी के लिए रवाना हुए थे। प्रोफेसर एसए शकूर ने बताया कि पिछ्ले साल के मुक़ाबले में इस मर्तबा कुछ तबदीलीयां हुई हैं।एक तो ये कि आज़मीने हज्ज को हज कमेटी की तरफ से सूटकेस फ़राहम नहीं किए जाऐंगे। पिछ्ले साल हर एक आज़िम हज को दो सूटकेस मर्कज़ी हज कमेटी फ़राहम कर रही थी जिस के लिए 5100 रुपये की रक़म वसूल की जा रही थी। दूसरे ये कि इस साल क़ुर्बानी हज कमेटी के तरफ से करवाने की शर्त बरख़ास्त कर दी गई है और हुज्जाज किराम अपनी मर्ज़ी और अपनी सहूलत के मुताबिक़ क़ुर्बानी का इंतेज़ाम कर सकते हैं ।
एक और बात ये है कि मदीना मुनव्वरा में तआम का इंतेज़ाम भी हज कमेटी की तरफ से नहीं किया जाएगा बल्के हुज्जाज किराम को ख़ुद ही अपना इंतेज़ाम कर लेना होगा।