आज़मीने हज्ज के कोटा में इज़ाफे का मुतालिबा

सरपुरटाउन जमात-ए-इस्लामी हिंद शाख़ सदर मुहम्मद मंसूर अहमद ने अपने सहाफ़ती बयान में कहा कि अलाहिदा रियासत तेलंगाना के तशकील के बाद इस मर्तबा हज की सआदत हासिल करने के लिए और हज से मुताल्लिक़ फ़ार्म की ख़ाना पुरी और पासपोर्ट की इजराई में काफ़ी दुश्वारियां पेश आई थी जिस की वजह से सैंकड़ों अफ़राद हज बैतुल्लाह की सआदत और हज के फ़ार्म दाख़िल होने से महरूम होगए हैं।

इस लिए रियासती हुकूमत और मर्कज़ी हुकूमत के ज़िम्मेदारों से मुतालिबा हैके तेलंगाना रियासत के हज कोटा में इज़ाफ़ा करते हुए पासपोर्ट दुबारा दाख़िल करने के लिए तारीख़ का एलान करना चाहीए ताके सैंकड़ों अफ़राद को हज बैतुल्लाह की सआदत हासिल हुई। उन्होंने ख़ुसूसी तौर पर मर्कज़ी हुकूमत से मुतालिबा किया कि 70 साल के मुकम्मिल करने वालों को अलाहिदा तौर पर दुबारा मौक़ा फ़राहम करना चाहीए ताके तेलंगाना रियासत के हज बैतुल्लाह की सआदत हासिल करने वालों के साथ इंसाफ़ हो।