आज़मीन-ए-हज्ज को पासपोर्ट दरख़ास्तें दाख़िल कर देने का मश्वरा

मुअम्मर अफ़राद के लिए मैरेज सरटीफ़ीकट की बजाय नोट्री की सहूलत
हैदराबाद यक्म / फरवरी ( प्रैस नोट ) रीजनल पासपोर्ट ऑफीसर हैदराबाद मिस्टर सिरी कर रेड्डी ने तीक़न दिया है कि रियासत के आज़मीन-ए-हज्ज के पासपोर्टस की तैय्यारी के लिए उन के दफ़्तर से हर मुम्किन मदद मुहय्या की जाएगी । आंधरा प्रदेश स्टेट हज कमेटी के सदर नशीन जनाब सय्यद ख़लील उद्दीन अहमद और एकज़ीकीटीव ऑफीसर प्रोफ़ैसर एस ए शकूर से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि अज़म हज करने वालों के लिए पासपोर्ट की तैय्यारी में किसी किस्म की दुशवारी नहीं होगी । चूँकि अभी हज दरख़ास्त दाख़िल करने केलिए दो माह से ज़ाइद वक़्त है ।
इस लिए हज पर जाने के ख्वाहिशमंदों को चाहीए कि वो अभी से पासपोर्ट केलिए दरख़ास्त दाख़िल करदें और तवक़्क़ो है कि इन को वक़्त से पहले पासपोर्ट मिल जाएगा । हज कमेटी के सदर नशीन और एकज़ीकीटीव ऑफीसर ने पासपोर्ट ऑफीसर को बताया कि आम तौर पर मुअम्मर अफ़राद ख़ुसूसन 70 साल से ज़ाइद उम्र वाले हज के लिए जाते हैं और उन को पासपोर्ट की तैय्यारी केलिए मैरेज सर्टीफ़िकेट पेश करना दुशवार होताहै जिस पर पासपोर्ट ऑफीसर ने कहा कि ऐसे मुआमलात केलिए नोट्री पर हलफ़नामा भी क़बूल किया जाएगा ।

सदर नशीन हज कमेटी ने ख़ाहिशमंद आज़मीन से ख़ाहिश की है कि वो दुशवारी से बचने केलिए फ़ौरी पासपोर्ट केलिए मुक़र्ररा तरीका-ए-कार के मुताबिक़ अपनी दरख़ास्त दाख़िल कर दें । हज कमेटी की जानिब से हज के दरख़ास्त फ़ार्म यक्म मार्च से जारी और क़बूल किए जाऐंगे । इस सिलसिला में इंतिज़ामात को क़तईयत देने केलिए रियास्ती हज कमेटीयों के एकज़ीकीटीव ऑफीसरों का एक इजलास 6 फरवरी को मुंबई में मुनाक़िद होगा जिस में शिरकत केलिए एकज़ीकीटीव ऑफीसर प्रोफ़ैसर एस ए शकूर मुंबई रवाना होंगे