आज़मीन हज के दोनों ज़ुमरों(दरजों) में तक़रीबन 40 हज़ार रुपये का इज़ाफ़ा ( 2)

सेलेक्टेड आज़मीन हज जो अपनी पहली क़िस्त 51 हज़ार रुपये जमा करवा चुके हैं उन्हें माबक़ी रक़म 31 जुलाई 2012 से कब्ल मर्कज़ी हज कमेटी के अकाउंट में जमा करवा देनी चाहीए । 31 जुलाई के बाद रक़म की वसूली की गुंजाइश नहीं रहेगी और तारीख में तौसीअ (विसतार) का कोई मंसूबा नहीं है ।

आंधरा प्रदेश रियासती हज कमेटी के तवस्सुत से हज बैत उल्लाह के लिये रवाना होने वाले आज़मीन हज को जिन्हों ने बतौर पहली क़िस्त फीकस(पर हेड) 51 हज़ार रुपये जमा किए हैं उन्हें दूसरी और क़तई क़िस्त के तौर पर ग्रीन ज़ुमरे के लिये फीकस(पर हेड) 1,11,900 ( एक लाख ग्यारह हज़ार नौ सौ ) रुपये अदा करने होंगे

और अज़्ज़िया ज़ुमरे के दरख़ास्त गुज़ारों को जो इबतदा-ए-में 51 हज़ार रुपये जमा करवा चुके हैं उन्हें 82,950 रुपये दूसरी क़तई क़िस्त 31 जुलाई से कब्ल जमा करवा देनी चाहीए । रबात( मक्का मुकर्रमा में रिहायश से इस्तिस्ना ) पर फ़ी आज़मीन हज 42,400 रुपये की तख़फ़ीफ़ होगी ।