आजादी का यह पर्व राष्ट्र को नई ऊचाइयों पर ले जाने का संकल्प पर्व है :पीएम मोदी

नई दिल्ली- देश 70वां स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले पर तिरंगा झंडा फहराया। प्रधानमंत्री मोदी ने तीसरी बार लाल किले से देश को संबोधित करते हुए कहा कि आजादी के मौके पर देश को नई ऊंचाइयों पर ले जाने का संकल्प लें।

पीएम मोदी ने कहा कि आशा की कोख से ही अपेक्षाएं जन्म लेती हैं और अपेक्षाएं सुराज्य की ओर जाने की गति को तेज करती हैं और संकल्पों की पूर्ति होती रहती है।एक समय था हमारे यहां सरकारें आक्षेपों से घिरी रहती थीं, अब वक्त बदल चुका है।

उन्होंने कहा कि देश में एक वक्त ऐसा भी था जब सरकार आक्षेपों से घिरी रहती थी, लेकिन आज देश की सरकार अपेक्षाओं से घिरी हुई है।समस्याएं हैं तो देश के पास सामर्थ्य भी है। सामर्थ्य की शक्ति से समस्याओं से समाधान के रास्ते भी मिल जाते हैं।

पीएम ने कहा, यह सच है कि देश के सामने कई समस्याएं हैं, लेकिन यह भी न भूलें कि देश में सामर्थ्य भी है। सामर्थ्य से समाधान के रास्ते भी मिल जाते हैं।लाल किले से नरेंद्र मोदी, पंचायत हो या संसद हो, ग्राम प्रधान हो या प्रधानमंत्री हो, हर लोकतांत्रिक संस्था को सुराज्य की ओर आगे बढऩे के लिए अपनी जिम्मेदारियों को निभाना होगा।

हो सकता है हर किसी को जेल जाने का सौभाग्य न मिला हो, लेकिन प्रत्येक हिंदुस्तानी महात्मा गांधी के नेतृत्व में देश की आजादी के लिए प्रतिबद्ध था। तब जाकर स्वराज्य प्राप्त हुआ।पीएम मोदी ने कहा कि भीम से भीमराव तक का इतिहास है भारत का।

सरदार पटेल ने देश को एक किया, अब हमारा दायित्व है देश को श्रेष्ठ बनाएं।पीएम मोदी लाल किले से, सुदर्शन चक्र धारी से लेकर चरखाधारी मोहन तक हमारी यात्रा और विरासत है।

स्वतंत्रता दिवस पर देश की आजादी के लिए संघर्ष करने वाले महापुरुषों की याद आती है।आजादी का यह पर्व राष्ट्र का नई ऊचाइयों पर ले जाने का संकल्प पर्व है।