आजादी की लड़ाई में गद्दारी करने वाले लोग आज देशभक्‍त बन रहे हैं: अफजाल अंसारी

शम्स तबरेज़, सियासत न्यूज़ ब्यूरो।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की सियासत में अंसारी बंधुओं की क्या अहमियत है ये बात किसी राजनीतिक दल और आवाम से छिपी नहीं है। खासतौर से पूर्वांचल के ज़िलों में अंसारी बंधुओं की तूती बोलती है
अपने मजबूत इरादे का लोहा मनवाने वाले मुख्तार अंसारी अब बसपा में शामिल हो चुके है। पिछले दिनों बसपा सुप्रीमों मायावती ने एक प्रेस कांफ्रेंस करके अंसारी बंधुओं और उनकी पार्टी कौमी एकता दल को बसपा में शामिल कर लिया है।
इस बीच जब बीते गुरूवार को गाज़ीपुर के मुहम्मदाबाद विधानसभा के शहीद पार्क में बसपा कार्यकर्ताओं का सम्मेलन हुआ, जिसमें अंसारी बंधुओं ने अपना शक्ति प्रदर्शन किया जहां जनसैलाब देखने को मिला.
इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्‍य अतिथि जोनल को-आर्डिनेटर और राज्‍यसभा सदस्‍य मुनकाद अली ने कहा कि एक साजिश के तहत मुसलमानों को कमजोर करने के लिए अल्‍पसंख्‍यक बाहुल्‍य क्षेत्रों में दंगे कराये जाते हैं। भाजपा के दबाव में सपा और कांग्रेस का गठबंधन हुआ है। बसपा का मिशन है सर्वजन हिताय, सर्वजन सुखाय।
मुनकाद अली ने आगे कहा कि आज देश के दस करोड़ लोगों के पास सिर पर छत नही है। वहीं देश के दस प्रतिशत अमीरों के घरों में कुत्‍तों के लिए अलग से कमरा है। गरीबों के हक की लडाई बसपा लड़ रही है।
इस दौरान अफजाल और मुख्तार के बड़े भाई तथा मुहम्मदाबाद के मौजूदा विधायक सिबगतुल्‍लाह अंसारी ने कार्यकर्ताओं से बसपा को जिताने की अपील की।
कार्यक्रम की अध्‍यक्षता कर रहे अफजाल अंसारी ने कहा कि आजादी की लड़ाई में गद्दारी करने वाले लोग आज देशभक्‍त बन रहे है। कश्‍मीर की आजादी में अपनी शहादत देने वाले ब्रिगेडियर उस्‍मान हमारे नाना थे। हमारे पूर्वजों ने हमेशा जंगे आजादी लड़ी है।
सपा सुप्रीमो पर टिप्‍पणी करते हुए अफजाल अंसारी ने आगे कि जो अपने पिता का नही हो सकता वह हमारा क्‍या होगा। उनसे मुझे कोई शिकायत नही है। सपा ने जो धोखा दिया है उसका बदला मुसलमान गाजीपुर से गाजियाबाद तक लेगा।
इस कार्यक्रम में बसपा प्रत्‍याशी अतुल राय, संतोष यादव, राजीव किरण, मनीष पांडेय, संजीव कुमार, कालीचरण राजभर, खुर्शिद अहमद, बलराम पटेल, जयहिंद्र राम, सुभाष राम, देवप्रकाश सिंह, मन्‍नू अंसारी, सलमान अंसारी, सभासद राकेश सिंह और बसपा के कई जाने माने लोग उपस्थित रहे।
पूर्वांचल के कुछ जिलों में मुख्तार अंसारी के काफी समर्थक हैं, जिसमे हिन्दू और मुसलामानों के साथ-साथ दलित भी शामिल हैं। ऐसे में यूपी के चुनाव में बसपा को अंसारी बंधुओं से ज्यादा ही उम्मीद है क्योंकि 2017 का यही चुनाव 2019 में दिल्ली का रास्ता साफ करेगा।