पटना हज इमारत से जुमेरात की शाम 128 आजमीन-ए-हज गया के लिए रवाना हुए। इसमें 100 मर्द और 28 ख़वातीन हैं। इनकी बस शाम साढ़े पांच बजे हज इमारत से गया के लिए रवाना हुई गया से इनकी फ्लाइट सुबह 10 बजे है, लेकिन जो 125 आजमीन-ए-हज जुमा की सुबह साढ़े पांच बजे पटना से गया के लिए जायेंगे। उनकी फ्लाइट गया से दोपहर ढ़ाई बजे है। अभी तक गया से हज के लिए 3510 आजमीन-ए-हज पहुंच गये हैं। यह जानकारी मीडिया इंचार्ज नवाब ने दी।
आंखों से छलक उठी खुशी
शाम साढ़े पांच बजे थे हज इमारत में काफी चहल-पहल थी। सब लोग एक दूसरे से गले मिल रहे थे। अचानक से माइक से आवाज आयी की पहली फ्लाइट से जानेवाले आजमीन-ए-हज अपने सामान के साथ बस की तरफ बढ़ें। बस क्या था, तमाम लोग एक-दूसरे से गले मिल कर रोने लगे।
माहौल बदल गया। तमाम बुजुर्ग आजमीन-ए-हज बस की तरफ बढ़ रहे थे, तो उनसे पूछा कि आप रो क्यों रहे हैं। तो उन्होंने बताया कि यह खुशी के आंसू हैं कि अल्लाह ने मुझ गरीब को अपनी पनाह में आने का मौका दिया है। बस इसी बात की खुशी है और अपनों से तकरीबन 40 दिनों के लिए अलग हो रहे हैं, तो थोड़ा अलग महसूस हो रहा है।