आज रात सुपर मून का दिलकश नज़ारा

चांद आज रात सुपर मून यह अज़ीम चांद बन जाएगा । सेटेलाइट की मदद से इस साल के सब से बड़े और रोशन चांद के सफ़र का मुशाहिदा और नज़ारा निहायत दिलकश होगा । सुपर मून का मरहला उस वक़्त पैदा होता है जब चांद कुर्राह-ए-अर्ज़ ( ज़मीन) के बिलकुल करीब पहूंच जाता है ।

इस वक़्त इस का हुजम ( आकार)14 फीसद बड़ा और 30 फीसद ज़्यादा रोशन होगा । जिस पर चांद आसमान से तेज़ी के साथ ज़मीन के करीब होगा तो इस की रोशनी दो गुनी होगी । लेकिन फ़लकियात का नज़ारा करने वालों को चांद की तब्दील होती हुई कैफ़ियत को महसूस करने के लिए तेज़ निगाह और मतला साफ़ होना ज़रूरी है ।

चांद तवक़्क़ो ( उम्मीद / आशा) है कि कल सुबह के अव्वलीन साअतों 4-30 बजे अपने बेहतरीन मरहला में नमूदार होगा । नासा के साईंसदानों ( वैज्ञानिक) का भी कहना है कि सुपर मून की सूरत में चांद का ज़मीन से फ़ासला कम हो जाता है। सुपर मून का कुर्रा-ए-अर्ज़ ( जमीन) पर कोई ख़ास असर नहीं होता ताहम समुंद्र में लहरें मामूल से ज़्यादा बुलंद होती हैं, क्योंकि चांद की शाओं में बड़ी लहरें पैदा करने की ताक़त होती है। चांद की चौधवीं रात को समुंद्र ठाटें मारने लगता है।