आज रिटायर हो रहे हैं सीजेआई टीएस ठाकुर, अपने फैसलों के लिए रखे जाएंगे याद

सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस टीएस ठाकुर आज रिटायर हो रहे हैं। एक बेबाक और सख्त टिप्पणी करने वाले सीजेआई के तौर पर जाने जाने वाले ठाकुर ने कई एेतिहासिक फैसले लिए हैं। अब जस्टिस जेएस खेहर भारत के नए चीफ जस्टिस बनेंगे। जस्टिस ठाकुर फैसले सुनाने के साथ-साथ कई बार केंद्र सरकार को आड़े हाथ भी ले चुके हैं।

आइए आपको बताते हैं जस्टिस ठाकुर के कुछ सख्त फैसलों के बारे में

गंगा सफाई मामले में जब केंद्र सरकार ने अपना हलफनामा दायर किया तो सीजेआई ने गुस्सा जताते हुए कहा था कि केंद्र का जो एक्शन प्लान है उसके मुताबिक अगर चलेंगे तो गंगा की सफाई में 200 से भी ज्यादा साल लग जाएंगे।

22 जनवरी 2015 को आईपीएल सट्टेबाजी मामले में उन्होंने बीसीसीआई के उस रूल को खारिज कर दिया था जिसके तहत बोर्ड अधिकारी को आईपीएल में व्यवसायिक हित की इजाजत दी गई थी। उनकी अगुआई वाली बेंच ने अपने आदेश में बीसीसीआई के चीफ रहे एन. श्रीनिवासन सहित कई लोगों के बीसीसीआई चुनाव लड़ने पर रोक लगा दी थी। क्रिकेट प्रशासन में सफाई के लिए जस्टिस ठाकुर का जजमेंट ऐतिहासिक माना जाता है।

1 जनवरी को उन्होंने लोढ़ा कमिटी की सिफारिशों में रोड़े अटकाने के मामले में बीसीसीआई अध्यक्ष अनुराग ठाकुर और सचिव अजय शिर्के को भी पद से हटा दिया गया।
अदालतों में जजों की कमी के मद्देनजर एक बार सीजेआई एक प्रोग्राम में रो पड़े थे। कई बार उन्होंने इसे लेकर केंद्र सरकार को लताड़ भी लगाई थी। ठाकुर ने सरकार के खिलाफ टिप्पणी करते हुए कहा था आप पूरे इंस्टिट्यूशन को काम करने से नहीं रोक सकते। क्या सरकार पूरे जूडिशियल सिस्टम को ठप करना चाहती है?

25 नवंबर को राजधानी दिल्ली में एयर पल्यूशन कंट्रोल करने के लिए सुप्रीम कोर्ट ने सख्त कदम उठाते हुए सभी तरह के पटाखे की बिक्री संबंधित लाइसेंस को सस्पेंड कर दिया। नए लाइसेंस के अलावा लाइसेंस रिन्यू करने पर भी रोक लगा दी है।

2 दिसंबर को सुप्रीम कोर्ट ने राजधानी दिल्ली में प्रदूषण कंट्रोल करने के लिए एक ऐतिहासिक आदेश पारित किया। कोर्ट ने केंद्र सरकार से कहा कि वह पल्यूशन ग्रेडिंग सिस्टम को कानूनी जामा पहनाए ताकि दिल्ली और एनसीआर में पल्यूशन लेवल को ठीक किया जा सके। इससे पहले पल्यूशन मामले में जस्टिस ठाकुर ने राजधानी में आने वाले ट्रकों पर सख्ती की और ग्रीन टैक्स का प्रावधान किया। साथ ही बाहर जाने वाले ट्रक के लिए रूट डायवर्ट कराया। एनसीआर में डीजल टैक्सी को हटाने और सीएनजी की लाने के लिए कई आर्डर पास किए।