महिकमा अक़लियती बहबूद की तरफ से तर्तीब दिए गए जश्न तेलंगाना प्रोग्राम के सिलसिले में 5 जून को क़ौमी सेमिनार और शब ग़ज़ल का इनइक़ाद अमल में आएगा। तेलंगाना मंज़र और पिस-ए-मंज़र के उनवान से दो रोज़ा क़ौमी सेमिनार के दूसरे दिन 5 जून को पहला सेशन सुबह 10:30 ता12:30 बजे दिन उर्दू मस्कन में मुनाक़िद होगा।
सय्यद मुस्तफ़ा कमाल एडीटर शगूफ़ा सदारत करेंगे। डाक्टर मूसा इक़बाल अस्सिटेंट प्रोफेसर उर्दू सत्तू अहाना यूनीवर्सिटी करीमनगर, दाऊद अशर्फ़ साबिक़ रिसर्च ऑफीसर तेलंगाना स्टेट आरकीवज़, प्रोफेसर मजीद बेदार साबिक़ सदर शोबा उर्दू उस्मानिया यूनीवर्सिटी, डॉ अतहर सुलताना एसोसीएट प्रोफेसर तेलंगाना यूनीवर्सिटी और डॉ अतीक़ इक़बाल प्रोफेसर उर्दू आर्टस इवनिंग कॉलेज मक़ाले पेश करेंगे।
2 बजे दिन ता 5 बजे शाम दूसरा सेशन होगा जिस की सदारत प्रोफेसर बैग एहसास साबिक़ सदर शोबा उर्दू सेंट्रल यूनीवर्सिटी हैदराबाद करेंगे। डॉ क़ुतुब सरशार साबिक़ लेक्चरर, डॉ मुईद जाविद सदर शोबा उर्दू उस्मानिया और डॉ असलम फ़ारूक़ी गर्वनमेंट डिग्री कॉलेज निज़ामबाद मक़ाले पेश करेंगे।
रात 8:30 बजे तारीख़ी चारमीनार के दामन में शब ग़ज़ल का एहतेमाम होगा जिस में आलमी शौहरत-ए-याफ़ता ग़ज़ल सिंगर ग़ुलाम अली अपने फ़न का मुज़ाहरा करेंगे।